पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में देश के 42 जवान शहीद हो गए. आज पूरा देश शोक में डूबा है. लोग सड़कों पर उतर कर नारे बाजी कर रहे हैं औऱ दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इस हमले को अंजाम देने वाले आत्मघाती हमलावर आदिल के पिता गुलाम हसन डार का बयान सामने आया है.
वह भी कभी इसी दर्द से गुजरे थे जिससे आज जवानों के परिवार वाले गुजर रहे हैं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आदिल के पिता का कहना कि वह भी कभी इसी दर्द से गुजरे थे जैसे आज जवानों के परिवार वाले गुजर रहे हैं। यह बात उन्होंने समाचार एजेंसी रॉयटर से बातचीत के दौरान कही है। जैश ए मोहम्मद ने आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है जिससे की आदिल जुड़ा हुआ था. इस संगठन का मुखिया पाकिस्तान में बैठा मसूद अजहर है.
मन में था सुरक्षाबलों के लिए गुस्सा
आदिल के पिता गुलाम हसन डार ने इस आत्मघाती हमले के बाद रॉयटर से कहा कि तीन वर्ष पहले वह भी इस दर्द से गुजरे थे जिससे आज जवानों के परिवार वाले गुजर रहे हैं। उनके मुताबिक वर्ष 2016 में आदिल को स्कूल से वापस लौटते समय उसके दोस्त के साथ सुरक्षाबलों ने रोक लिया था और उसकी मार लगाई थी। इस बात से आदिल के मन में सुरक्षाबलों को लेकर काफी गुस्सा था। उनके मुताबिक आदिल और उसके साथी को सुरक्षाबलों ने पत्थरबाजी के आरोप में रोका था। इस घटना के बाद उसने आतंकवादी संगठन को ज्वाइन करने का मन बनाया था।
हमले के बारे में पहले से नहीं था पता
आदिल के मां-बाप का कहना है कि वह सीआरपीएफ के काफिले पर होने वाले हमले के बारे में पहले से नहीं जानते थे। आदिल के पिता का कहना है कि पिछले वर्ष 19 मार्च को आदिल काम से घर नहीं लौटा था। इसके बाद परिजनों ने उसको करीब तीन माह तक तलाश किया था। काफी मुश्किलों के बाद वह मिला तो वह उसको वापस घर लाने में सफल हो सके थे। आपको बता दें कि जैश ए मोहम्मद द्वारा आदिल का एक वीडियो भी रिलीज किया गया है जिसमें वह मिलिट्री की ड्रेस पहने और हाथ में ऑटोमैटिक राइफल लिए दिखाया गया है। इस वीडियो में वह अपने प्लान को अंजाम देने के बारे में बता रहा है। यह वीडियो हमले के बाद जारी किया गया है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि इस हमले में आदिल के परखच्चे उड़ गए थे। घटनास्थल पर उसके हाथ के अलावा कुछ और नहीं था।