देहरादून : इससे ज्यादा औऱ शर्मनाक बात क्या हो सकती है…उत्तराखंड की जनता ने विश्वास कर जिसको चुनकर ऊंचे सिंहासन पर बैठाया वो शहर के हो लिए हैं औऱ उनका ध्यान पहाड़ की धधकती आग पर बिल्कुल भी नहीं जा रहा है. पूरे प्रदेश भर के जिलों में जंगल धधक रहे हैं औऱ जंगली जानवर मैदानी हो चले हैं…न जाने कितनों को जंगली जानवरों ने अपना शिकार बनाया है लेकिन वन मंत्री से लेकर सरकार एकदम खामोश है. जिनकों चुनकर लोगों ने उत्तराखंड की बागडोर जिनके हाथों में थमाई आज वहीं पहाड़ों को, उत्तराखंड की प्राकृति सुंदरता को, आग से हो रहे नुकसान को नजर अंदाज कर जीत का जश्न मनाने में डूबे हैं.
बाहरी राज्यों से लेकर विदेशी लोग उत्तराखंड और उसकी खूबसूरती की अहमियत समझते हैं
बाहरी राज्यों से लेकर विदेशी लोग उत्तराखंड की और उत्तराखंड की खूबसूरती की अहमियत समझते हैं लेकिन अपने आपको उत्तराखंडी कहलाने वाले लोग ही उत्तराखंड की सम्पदा को नुकसान पहुंचा रहे हैं औऱ सरकार ने अब तक नुकसान से बचने, देवभूमि की सुंदरता को बचाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.
शहरों में ठंडी एसी की हवा में बैठे उन्हें पहाड़ों की आग, नुकसान का भला कैसे चलेगा पता
बात करें वन मंत्री की तो अभी तक उनकी तरफ से ना तो कोई निर्देश आदेश दिया गया है औऱ न ही अब तक कोई एक्शन लिया गया है क्योंकि शहरों में ठंडी एसी की हवा में बैठे उन्हे पहाड़ों की आग, नुकसान का भला कैसे पता चलेगा.
वर्दी धारी कर रहे आग बुझाने का काम
वहीं उत्तराखंड के जगंलों में धधकती आग को बुझाने का बीड़ा उत्तराखंड पुलिस के जवानों, एसडीआरएफ टीम औऱ सेना ने संभाला. पौड़ी पुलिस से लेकर बागेश्वर, चमोली, द्वाराहाड(अल्मोड़ा) पुलिस उत्तराखंड की आग बुझाने में मदद कर रही है. जो की सरकार के लिए काफी शर्मनाक है.
सरकार औऱ सरकार के मंत्री को चुप्पी तोड़ने की जरुरत है
अगर वर्दी धारी आग बुझाने का बीड़ा सम्भालेंगे तो पुलिस संबंधित कामों औऱ अपराधों को रोकने का काम, अपराधियों को पकड़ने, सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम कौन करेगा. ये तो खुद सरकार को सोचना चाहिए लेकिन सरकार मौन है. सरकार और सरकार के मंत्री कुछ सोचना ही नहीं चाहते हैं. अगर उत्तराखंड में आग यूं ही धधकती रही तो एक दिन ऐसा आएगा देवभूमि की सुंदरता खत्म हो जाएगा औऱ बाहरी राज्य से लेकर विदेश से आए पर्यटक यहां की सरकार को कोसेंगे. इसलिए सरकार औऱ सरकार के मंत्री को चुप्पी तोड़ने की जरुरत है और समय रहते आग बुझाने के लिए कड़ा एक्शन लेने की जरुरत है.