डॉक्टर को भगवान कहा जाता है जो इंसान को नई जिंदगी देता है। लेकिन एक अस्पताल से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे मरीज के साथ अस्पताल स्टाफ ने व्यवहार किया जिससे मानवता शर्मसार होती दिखी।
स्टाफ की करतूत, 28 वर्षीय युवक ने तोड़ा दम
जी हां मामला पंजाब के पठानकोट के सिविल अस्पताल का सोमवार का है। जहां अस्पताल में एडमिट एचआईवी पॉजिटिव जम्मू-कश्मीर के रहने वाले 28 वर्षीय युवक की जांघ का ऑपरेशन हुआ था। युवक की ड्रेसिंग उतारते समय टांके टूट गए औऱ खून बहने लगा। इसके बाद जो अस्पताल के स्टाफ ने किया वो शर्मसार कर देने वाला है। बता दें कि खून निकलता देख स्टाफ ने उसपे मरहम पट्टी करने की बजाए संक्रमण के डर से वहां से तुरंत हट गए औऱ युवक ने तड़प-तड़पकर सबके सामने दम तोड़ दिया।
ऑपरेशन थिएटर का बेड और टेबल लहूलुहान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार युवक के पिता ने बताया कि जैसे ही उसके बेटे की ड्रेसिंग उतारी, खून बहने लगा और ऑपरेशन थिएटर का बेड और टेबल लहूलुहान हो गया। इससे स्टाफ में हड़कंप मच गया लेकिन मरीज की मरहम पट्टी करने की बजाए स्टार संक्रमण के डर से पीछे हट गया। पिता ने बताया कि उनका बेटा कई देर तक तड़पता रहा औऱ आखिर कार बेटे ने दम तोड़ दिया।अस्पताल प्रशासन ने युवक की मौत के बाद ओटी में दवाओं का छिड़काव करवाया। इसके बाद वहां पड़े चादर, बेड, टेबल समेत अन्य सामान को देर रात ही जलाकर ओटी को 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। सभी स्टाफ सदस्यों को मास्क पहनने की अपील की गई। साथ ही 72 घंटे के लिए उस एरिया में बच्चों की एंट्री बैन कर दी गई है।
एसएमओ डॉ. भूपिंद्र सिंह ने बताया कि युवक नशे का आदी था और सिरिंज एक्सचेंज से उसे एड्स हुआ था। सोमवार को ओटी में पहुंच उसने खुद अपनी पट्टी उतारनी चाही पर उसके घाव के टांके टूटने से खून बहने लगा। टीम ने काफी कोशिश की लेकिन युवक को बचा नहीं पाए।