देहरादून,संवाददाता- डेंगू की दहशत और डंग से देहरादून में पूरी बरसात कट गई। जिन बेचारों को वक्त पर ईलाज नहीं मिला वो दुनिया से बेवक्त रूखसत हो गए। लेकिंन इन पीडाओं के बीच स्वास्थ्य महकमे ने जनता को अपने कारनामे से और दर्द दे दिया। दरअसल सीएमओ कार्यालय के दामन पर डेंगू ईलाज के लिए जरूरी एलाइजा किट खरीद घोटेले का दाग लगा है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री जहां इसकी जांच और उसके बाद कड़ी कार्रवाई करने का वचन दे चुके हैं वहीं जिले सीएमओ साहब का कहना है कि एलाइजा किट खरीद में कोई घोटाला ही नहीं हुआ है। दून के सीएमओ वाई एस थपलियाल की माने तो पहले जो कंपनी एलाइजा किट सप्लाई कर रही थी उसने किसी कारणवश अपनी सप्लाई बंद कर दी। जिसके चलते डेंगू के बढ़ते मरीजों की तादाद को देखते हुए डेंगू जांच के लिए जरूरी एलाइजा किट बाजार से खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा। हालांकि बीमारी की नजाकत को भांपते हुए एलाइजा किट के लिए दोबारा से टेंडर जारी किए गए। अब नया सप्लायर कार्यालय को किट मुहैय्या करवा रहा है। बहरहाल जहां एक ओर मंत्री जी एलाइजा घोटाले के जांच और दोषियों पर गाज गिराने की बात कर चुके हैं वहीं सीएमओ साहब का ऐलान कि कोई घोटाला ही नहीं हुआ है मामले को ओर संगीन बना रहा है। ऐसे में देखना ये है कि एलाइजा किट घोटाला की जांच का निचोड़ क्या निकलता है। हालांकि बताया जा रहा है कि अब जो सप्लायर एलाइजा किट सप्लाई कर रहा है उसके दाम पहले वाले आपूर्तिकर्ता से तकरीबन 2 रूपए प्रति किट कम हैं।