चंपावत : उत्तराखंड में एक छात्रा के होम क्वारंटाइन के दौरान मौत हो गई है जिससे एक बार फिर से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। बता दें कि इससे पहले पौड़ी में तीन लोगों के क्वारंटाइन सेंटर में मौत हुई वहीं एक मौत पिथौरागढ़ में हुई थी वहीं अब चंपावत में एक छात्रा की मौत हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार लधियाघाटी क्षेत्र के ग्राम बालातड़ी में होम क्वारंटाइन में रह रही एक छात्रा की मंगलवार की रात अचानक मौत हो गई। छात्रा को संस्थागत क्वारंटाइन में 7 दिन हो गए थे। छात्रा के साथ 7 लोग और भी थे। वहीं मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मृतक छात्रा का सैंपल लिया है और जांच में जुट गई है।
जानकारी मिली है कि मृतक छात्रा मूल रूप से लधिया घाटी क्षेत्र के ग्राम चौड़ापिता के रहने वाली थी। दयानंद जोशी की पुत्री खष्टी जोशी (17) रुद्रपुर में अपने मामा के साथ रहकर पढ़ाई करती थी। वहीं लॉकडाउन में छूट मिलने पर 13 मई को जीवन चंद्र अपने परिवार व खष्टी के साथ लधिया क्षेत्र के ही ग्राम बालातड़ी में लौटे थे।ये कुल पांच लोग थे। सभी को जीआईसी बालातड़ी में क्वारंटाइन किया गया था।इनके साथ अन्य 7 लोग और क्वारंटाइन थे। जिनको नई गाइडलाइन के अनुसार 7 दिन के लिए क्वारंटाइन रखा गया था।
जानकारी मिली है कि मंगलवार की रात करीब 8:30 बजे खष्टी जोशी को दौरा पड़ा और बेहोश हो गई औऱ कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई। आनन फानन में राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर शव कब्जे में ले लिया और सैंपल लिया। वहीं दूसरी तरफ सीएमओ डा.आरपी खंडूरी ने बताया कि छात्रा में खून की कमी थी। उसे अचानक चक्कर आया और उसने दम तोड़ दिया। सीएमओ ने बताया कि मृतका का सेंपल लेने के लिए जिला अस्पताल से लैब तकनीशियन समेत डॉक्टरों की टीम गांव भेजी जा रही है।