देहरादून- शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा मामले पर शिक्षा मंत्री अऱविंद पांडे बैकफुट पर आते नजर आए. आपको बता दें आज 3 जुलाई है और शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने फोन कर शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा को मिलने का वादा किया था औऱ उचित न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था. और तो और शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बतौर इसके लिए प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की थी लेकिन आज वो बैकफुट पर नजर आए और सवाल पर सिर्फ नो कमेंट-नो कमेंट औऱ कोई टिप्पणी नहीं कहते रहे.
हर सवाल के जवाब पर बोले एक ही बात- नो कमेंट
दरअसल आज शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय कई दिनों तक छुट्टी बिताने के बाद सचिवालय में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक के लिए पहुंचे थे. जिसके बाद जब वह मीडिया से रुबरु हुए और उनसे उत्तरा बहुगुणा मामले पर मिलने के वादे पर पूछा गया तो उन्होंने हर सवाल के जवाब को नो कमेंट कहकर टाल दिया. उन्होंने कहा कि वह मिलने की बात पर नो कमेंट-नो कमेंट और कोई टिप्पणी कहते रहे. उन्होंने ना ही कोई समाधान की बात कही और न ही आगे क्या करेंगे, क्या होगा कुठ साफ नहीं किया. जिससे जाहिर हो रहा है कि सरकार का मन नहीं है शिक्षिका मामले को गंभीरता से लेना का.
क्या उन पर बना रहा कोई दबाव
क्या शिक्षा मंत्री पर कोई दवाब टाल रहा है??? क्या सीएम द्वारा उन पर दवाब बनाया गया है???क्योंकि उत्तरा बहुगुणा मामले के कारण प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में उनकी किरकिरी हुई और मामला अमित शाह तक पहुंच गया था.
आपको बता दें इससे पहले सीएम त्रिवेंद्र रावत भी इस मामले को लेकर बैकफुट पर आ गए थे और उचित न्याय दिलाने का उत्तरा को आश्वासन दिया था.