अल्मोड़ा- सूबे में विधानसभा चुनाव के लिए अब कुंछ महीनों का वक्त ही बचा है। सारे सियासी दल तैयारी मे जुटे हैं। उत्तराखंड क्रांतिदल भी अपना कार्यक्रम उत्तराखंड बचाओ उत्तराखंड बसाओ अभियान चला रहा है। जिसके तहत यूकेड़ी कार्यकर्ताओं नें अल्मोड़ा जिले की द्वाराहाट तहसील में धरना दिया और राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
यूकेडी के वक्ताओं ने इस मौकेे पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया और उस पर प्रदेश का विकास न करने का आरोप लगाया । धरना कार्यक्रम को तहत यूकेडी कार्यकर्ताओं ने अपना 24 सूत्री ज्ञापन प्रशासन के माध्यम से राज्य के राज्यपाल को प्रेषित किया।
यूकेड़ी के धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक और पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पुष्पेश त्रिपाठी ने कहा कि अलग राज्य निर्माण के 16 साल हो चुके हैं लेकिन उत्तराखंड की हालत मे रत्ती भर भी सुधार नही हुआ है। अब तक कोई भी सरकार राज्य के अवाम को राहत नही दे सका है। अालम ये है कि सूबे की हालत दिनों-दिन और दयनीय हो रही है। गांव के गांव खाली हो रहे हैं लेकिन किसी के कानों मे जनता की कराह नहीं गूंजती। कांग्रेस और भाजपा के नेतृत्व में बनी राज्य व केंद्र सरकारें पहाड़ की जनता की घोर उपेक्षा कर रही हैं।
इस दौरान क्षेत्रीय समस्याओं को भी उठाया गया। यूकेडी के वक्ताओं नें साल 2008-09 में एडीबी के तहत स्वीकृत सड़कों की हालत गुणवत्ता पर भी सवाल उठाया और अपना रोष जाहिर किया। इसके अलावा गरीब जनता को राशन कार्ड, जंगली जानवरों से खेती को हो रहे नुकसान, जूनियर हाईस्कूल गवाड़ का उच्चीकरण, बीटीकेआइटी की पेयजल योजना का पुनर्गठन जैसी दिक्कतों पर चर्चा की। बस देखना ये है कि कई धड़ों में बटी यूकेडी इस चुनाव मे क्या करिश्मा दिखाती है।