देहरादून : कल नवनियुक्त सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा अतिथि शिक्षकों के हित में लिये निर्णय से अतिथि शिक्षकों में भारी खुशी का माहौल है। अतिथि शिक्षकों ने सीएम पुष्कर धामी और तीरथ कैबिनेट में शिक्षा मंत्री रहे अरविंद पाण्डे समेत सरकार आभार व्यक्त किया।
धामी कैबिनेट के इस फैसले पर महामंत्री दौलत जगूड़ी ने कहा कि अतिथि शिक्षक वर्ष 2015 से राज्य के दुर्गम क्षेत्र के स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन 2015-16 में जो वेतन तय किया गया। उसी में अतिथि शिक्षक सफर कर रहे थे। 2019 में हाईकोर्ट के निर्देश पर पुनः करीब 4000 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। किन्तु फिर यह मामला सुप्रीम में चला गया। जिसके चलते वर्ष 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने भी शिक्षकों की कमी को देखते हुए अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति को बहाल करने का निर्णय दिया। वर्तमान में करीब 4500 से ज्यादा अतिथि शिक्षक हर ब्लॉक के दुर्गम स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। महामंत्री दौलत जगूड़ी ने कहा कि त्रिवेंद्र और तीरथ कैबिनेट में शिक्षा मंत्री रहे अरविंद पांडे से पिछले साल बहुत कम वेतन को देखते हुए वेतनवृद्धि की मांग की थी।
तीरथ कैबिनेट में शिक्षा मंत्री रहे अरविंद पांडे ने खुद कहा था कि अतिथि शिक्षक अच्छा कार्य कर रहे हैं और इनका मानदेय कम है। मानदेय इनका जल्द ही 25000 किया जाएगा। मंत्री ने वेतनवृद्धि के लिये इस सम्बंध में विभाग को प्रस्ताव भेजा लेकिन कोविड के चलते प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिल पाई। कल नए सीएम पुष्कर सिंह धामी के शपथ लेने के बाद अपनी पहली कैबिनेट बैठक में वेतन वृद्धि और पदों को रिजर्व करने के लिये निर्णय लिया गया। समस्त अतिथि शिक्षक सीएम पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री अऱविंद पांडे का धन्यवाद करते हैं और आशा करते हैं जल्द ही इस सम्बंध में शासनादेश जारी हो जाएगा।