हरिद्वार: घाटे से जूझ रहे रोड़वेज के कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है। नजीबाबाद से हरिद्वार आ रही रोडवेज की पूरी बस ही बेटिकट निकली। कंडक्टर शराब के नशे में धुत था। कंडक्टर ने किराया तो सभी लोगों से लिया, लेकिन टिकट किसी को नहीं दिया। महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि आरोपी कंडक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है।
हरिद्वार डिपो की साधारण बस पर एक दिन पहले इंजन पर काम हुआ था तो इसे टेस्टिंग के लिए छोटे रूट पर हरिद्वार से नजीबाबाद भेज दिया गया। इसी रूट से बस वापस हरिद्वार आ रही थी तो कंडक्टर नशे में धुत था। बस में 22 यात्री थे। उसने किराया सभी से लिया लेकिन टिकट नहीं दिया। टिकट मांगने पर यात्रियों से बदसलूकी की। यात्रियों ने फोन कर रोडवेज अधिकारियों को सूचना दी तो मुख्यालय से तत्काल प्रवर्तन टीम भेजी गई।
22 बेटिकट रिकार्ड में चढ़ा दी और टिकट मशीन कब्जे में ले ली। इस संबंध में मुख्यालय को रिपोर्ट दी गई। जिस पर महाप्रबंधक ने कंडक्टर अरविंद कुमार को निलंबित कर दिया। वह नियमित कर्मी है। निगम के नौ में से सात चेकिंग अधिकारी मार्गों के बजाए दफ्तरों में आराम फरमा रहे हैं। निगम में नौ यातायात अधीक्षक हैं, जिनका काम मार्गो पर बसें चेक करना है। इनमें से दो ही अधीक्षक वर्तमान में प्रवर्तन टीम का हिस्सा हैं।