दून पुलिस ने आखिरकार अपने माथे पर हाल ही लगे लापरवाही के दाग को बहुत हद तक साफ कर दिया है। पुलिस ने देहरादून के अतिव्यस्त इलाके से सर्रफा कारोबारी से जेवरात ठगने वाले अभियुक्तों में से एक को गिरफ्तार कर लिया है। इसको सोलापुर, महाराष्ट्र में अदालत में पेश करने के बाद दून लाया गया है। पुलिस ने इस मामले के खुलासे के लिए खासी मशक्कत की। हालांकि पुलिस को अभी कई अन्य आरोपियों को पकड़ना है।
गौरतलब है कि 13 अक्टूबर को कुछ लोगों ने पुलिस पिकेट के सामने ही एक सर्राफा कारोबारी से पुलिस चेकिंग के नाम पर लाखों के जेवरात ठग लिए थे। इस घटना ने पुलिस के ऊपर सवाल उठा दिए थे लिहाजा पुलिस ने इस केस के खुलासे के लिए पूरी ताकत झोंक दी।
दून पुलिस ने वारदात के बाद करीब 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। पुलिस की अलग अलग टीमों मे एक साथ काम करते हुए पहले ठगों का हुलिया निकाला। इसके बाद उनकी मोडस आपरेंडी को स्टडी किया। इसके बाद पुलिस ने अपने मुखबिरो का एक्टिव किया। दून पुलिस की जांच में इस घटना में ईरानी गैंग का नाम सामने आया। पुलिस ने इसके बाद अदर स्टेट में अपने सूत्रों को एक्टिव किया। पूरे देश के ईरानी गैंग की कुंडली खंगालने के बाद आखिरकार दून पुलिस को एक अहम लीड मिली। पता चला कि दून में घटना को अंजाम देने वाले कुछ लोग बीदर, कर्नाटक के हैं।
इसके बाद पुलिस ने टीमें बनाकर बीदर, कर्नाटक के लिए रवाना किया। इसी बीच लीड मिली की घटना को अंजाम देने वालों का मुखिया महाराष्ट्र में रहता है। पुलिस को पता चला कि घटना को अंजाम देने वालों में से जाफर नाम का एक ठग अपने मुखिया से मिलने आने वाला है। पुलिस ने जाल बिछाकर बीदर, कर्नाटक से एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी के पास से हीरा जड़ी 10 अंगूठियां बरामद की हैं।
पुुलिस के मुताबिक ये गैंग बेहद शातिर तरीके से घटना को अंजाम देता है। दून में घटना को अंजाम देने के बाद गैंग के कुछ लोग गलियों से मोटरसाइकिल के जरिए भागे थे। हरिद्वार रोड पर इन्होंने एक एसयूवी में आगे का सफर तय किया जबकि जो लोग एसयूवी में थे वो मोटरसाइकिल पर सवार हो कर भागे।
पुलिस आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर दून आ गई है जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है। वहीं एसएसपी ने पुलिस टीम को 2500 रुपए ईनाम की घोषणा की है।