आरटीओ ने बताया कि हादसों की जांच में मालूम चला है कि ज्यादातर हादसे रात दस बजे से रात एक बजे के बीच हो रहे। इनमें युवाओं के शिकार होने का आंकड़ा सर्वाधिक है। देखने में आ रहा कि रात में युवा पार्टी कर निकलते हैं और शराब या किसी अन्य नशे में हादसे का शिकार बन रहे। इन पर लगाम लगाने के लिए विभाग दूसरे संभागों से टीमें बुलाकर देर रात में चेकिंग अभियान चलाएगा। विभाग ने इन हादसों को रोकने के लिए अभिभावकों से भी अपील की है कि देर रात अपने बच्चों को बाहर न भेजें।
आरटीओ ने बताया कि चेकिंग अभियान पुलिस के साथ संयुक्त रूप से चलाया जाएगा। शराबी चालक को जेल भेजा जाएगा और वाहन सीज किया जाएगा। उनका डीएल भी निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। वाहन के व्यावसायिक होने पर उसके परमिट के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।