
सहायक अध्यापक भूपेन्द्र शाह ने बताया कि हाथियों द्वारा पहले भी स्कूल की बिल्डिंग को नुकसान पहुंचाया गया है, गत वर्ष भी स्कूल की लगभग 30 मीटर बाउंड्री वॉल तोड़ दी गयी थी, जिसके बाद उसे फिर से बनवाया गया था औऱ आज फिर हाथियों द्वारा स्कूल की चार दिवारी तोड़ दी गयी है. इससे स्कूल के बच्चे भी दहशत में हैं और बच्चों की जिंदगी दाव पर लगी है. स्कूल ऐसी जगह है जहां हाथियों का आंतक है. ऐसे में छोटे-छोटे मासूम बच्चों की जान को भी जरुर खतरा हो सकता है लेकिन इसे कोई गंभीरता से नहीं ले रहा.
सहायक अध्यापक ने साथ ही मांग की है कि वन विभाग को चाहिए कि क्षेत्र में गश्त बढाई जाए, ताकि आगे से स्कूल या खेती को कोई नुकसान न पहुंचे।