वैसे तो डॉक्टर को भगवान का रूप मना जाता है लेकिन एक शैतान रूपी डॉक्टर की एक घिनौनी हरकत सामने आई है जो की इंसानियत को शर्मसार करती है. दरअसल एक महिला ने जिला अस्पताल के डॉक्टर पर छेड़खानी का आरोप लगाया है. दरअसल महिला का आरोप है कि अस्पताल के हड्डियों के डॉक्टर ने इलाज के दौरान उससे छेड़छाड़ की. जिसके बाद महिला ने अपने पति को इस पूरी घटना के बारे में बताया, तो वहीं महिला के पति ने डॉक्टर की धुनाई कर दी. मामले में दोनों पक्षों के तरफ से मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है. जिसमे पुलिस ने मारपीट करने वाले महिला के पति सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अभी डॉक्टर की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
हाथ में लगी चोट का इलाज कराने पहुंची थी महिला
जिला अस्पताल में ओपीडी के दौरान एक चिकित्सक के द्वारा महिला से छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया है. महिला का आरोप है की पीड़ित महिला अपने हाथ में लगी चोट का इलाज आर्थोपेडिक चिकित्सक राजीव चौहान से कराने सरकारी अस्पताल में आई थी.
महिला का आरोप-कमरा बंद कर उसके साथ छेड़छाड़ की गयी
महिला का आरोप है कि डॉक्टर के द्वारा कमरा बंद कर उसके साथ छेड़छाड़ की गयी. साथ ही महिला का आरोप है की इलाज के दौरान उसके प्राइवेट पार्ट (चेस्ट) पर हाथ चलाया गया. महिला के द्वारा जब पूरी घटना क्रम अपने पति को बताया तब उसका पति अपने एक मित्र के साथ आ धमका और डॉ को केविन से बहार निकाल कर धुनाई लगा दी. इससे ओपीडी भी प्रभावित हो गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी जुटाई। इसके बाद पुलिस जिला अस्पताल के चिकित्सक और दूसरे पक्ष के लोगों को सिडकुल चौकी ले गई। जहां दोनों पक्षों ने पुलिस को तहरीर सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।
ठाकुरद्वारा काशीपुर निवासी और आर्थोपेडिक चिकित्सक राजीव चौहान गुरुवार को जिला अस्पताल में ओपीडी के दौरान मरीजों को देख रहे थे। इस दौरान एक महिला खुद को दिखाने के लिए आई और बताया कि उसके हाथ में दर्द हो रहा है। मारपीट के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। महिला के पति ने आरोप लगाया कि चिकित्सक ने उसकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकत करने का प्रयास किया है।
100 नंबर पर लगभग 10 बार कॉल किया लेकिन एक बार भी कॉल रिसीव नहीं की गई
इनके अनुसार जिला अस्पताल में ओपीडी कर रहे चिकित्सक के साथ मारपीट करने से पहले महिला और दो तीमारदारों ने सीएमओ को मामले से संबंधित शिकायती पत्र सौंपा. इस दौरान सीएमओ ने चिकित्सक को ऑफिस में आने के लिए कहा लेकिन चिकित्सक ओपीडी पर थे तो कुछ देर हो गई। महिला ने बताया कि चिकित्सक के छेड़छाड़ करने के बाद उसने 100 नंबर पर लगभग 10 बार कॉल किया लेकिन एक बार भी कॉल रिसीव नहीं की गई। जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवालिया निशान खड़े करती है.