दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर फ्रॉड के शिकार हो गए हैं। इस दौरान उसके बैंक अकाउंट से बड़ी ही चालाकी से 24 लाख उड़ा लिए गए हैं। साइबर क्रिमिनल्स ने डॉक्टर को स्टॉक मार्केट से हाई रिटर्न कमाने का वादा किया था।
जानकारी के अनुसार, डॉक्टर को स्टॉक मार्केट से संबंधित वीडियो देखने पसंद थे। इंटरनेट पर उसे एक वीडियो नजर आया, जिसने एक ग्रुप की जानकारी दी। इस ग्रुप का नाम स्टडी पर्पस था। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ग्रुप ढेरों लिंक से भरा पड़ा था। इसमें स्टॉक ट्रेडिंग से संबंधित ढेरों वीडियो मौजूद हैं, जो ऑनलाइन क्लासेस देने का वादा करते हैं। डॉक्टर ने बताया कि वे लिंक के जरिए ग्रुप में शामिल हो गए।
ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने को कहा
इसके बाद डॉक्टर को एक इंस्टीटयूश्नल ट्रेडिंग अकाउंट ओपेन करने को कहा। इसके लिए उन्हें फोन में एक ऐप इंस्टॉल करना था। इस ऐप में डायरेक्ट रुपये ट्रांसफर करने की सुविधा नहीं थी। इसके बाद ग्रुप एडमिन ने उन्हें सलाह दी कि वह एक कुछ स्पेसेफिक अकाउंट में कुछ रुपयों की ट्रांजैक्शन कर दें।
इसके बाद डॉक्टर को IPO सब्सक्रिप्शन लेने को कहा। फिर डॉक्टर पर प्रेशर बनाया गया कि वह एक बड़ा डिपॉजिट कर दें। इसके बाद उन्हें कुछ विनिंग शेयर मिलेंगे। ऐसे डॉक्टर को जाल में फंसाने की कोशिश चलती रही।
डॉक्टर का अकाउंट हुआ डिसेबल, दर्ज कराई पुलिस कंप्लेंट
इसके बाद मोबाइल ऐप पर डॉक्टर का अकाउंट डिसेबल कर दिया गया। पहले तो वह समझ नहीं पाया, उसके बाद आसपास के लोगों को इस बारे में बताया। फिर वह समझा कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हुआ है। इसके बाद 8 फरवरी को विक्टिम ने पुलिस से संपर्क किया औक कंप्लेंट दर्ज कराई।