देहरादून- सियासत के गलियारों से खेल संघों के पदाधिकारियों पर न केवल उंगलियां उठी हैं बल्कि खेलमंत्री का दावा है कि उनके पास सबूत हैं। मंत्री कह चुके हैं कि भारतीय दंड सहिता की धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज कराऊंगा। जिन्होंने बच्चियों के भविष्य को बर्बाद किया है ऐसे पदाधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। दूसरी ओर सीएम कह रहे हैं कि मंत्री से पूछेंगे और पीडिताओँ को शिकायत दर्ज करवानी चाहिए। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि जुर्म को छिपाना जब जुर्म से बड़ा अपराध है तो सरकार खेल संघों पर हावी दागी पदाधिकारियों पर हाथ डालने से हिचक क्यों रही है।