कोरोना काल में कई लोग अपनी जिंदगियां गवा चुके हैं।कब किस की मौत की खबर आ जाए इसका कुछ अंदाजा नहीं लग पा रहा है। लोगों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.सोमवार की रात फतेहपुर में बिंदकी क्षेत्र से दो बार विधायक रहे सुखदेव प्रसाद वर्मा का निधन हो गया है। वो प्रयागराज के निजी अस्पताल में भर्ती थे। निधन की सूचना मिलते ही समर्थकों और लोगों में शोक की लहर दौड़ गई।पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के विश्वासपात्रों में उनकी गिनती होती थी।
बता दें कि पूर्व विधायक की पत्नी का भी एक दिन पहले ही निधन हुआ था जब वह अस्पताल में भर्ती हुई थी तो यह खबर पूर्व विधायक सुखपाल प्रसाद वर्मा को नहीं बताई गई थी। वहीं पत्नी की मौत के एक दिन बाद उन्होंने भी दुनिया को छोड़ दिया.
पूर्व विधायक का राजनीतिक सफर
बता दें कि सुखदेव बसपाके सक्रिय नेता था और बिंदकी क्षेत्र से दो बार लगातार विधायक भी रहे थे। बसपा के टिकट पर उन्होंने लोकसभा का भी चुनाव लड़ा था।मूलरूप से बिंदकी तहसील के सिकट्ठनपुर गांव के रहने वाले सुखदेव प्रसाद वर्मा ने 20वीं सदी के नौंवे दशक में निर्विरोध ग्राम प्रधान बनकर राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। इसके बाद दुग्ध संचालक बने और 2002 में वह पहली बार बिंदकी विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे। पहली बार उन्हें असफलता मिली और वह चुनाव हार गए। इसके बाद 2007 में बसपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़े और जीते। 2012 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने उम्मीदवार घोषित किया और फिर वह चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। इसके बाद बसपा की टिकट पर 2017 का चुनाव वह हार गए। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में भी वह बसपा की टिकट पर मैदान में उतरे लेकिन पराजित हुए।