डीएम सविन बंसल की पत्नी अपने बेटे सनव को बाल रोग चिकित्सक को दिखाने बीडी पांडे जिला चिकित्सालय पहुंचीं थी। पंजीकरण काउंटर से पर्ची बनाने के बाद उनको बताया गया कि बाल रोग विशेषज्ञ अस्पताल के गेट के पास ब्लड बैंक से लगे कमरे में मिलेंगे। वो वहां गईं, लेकिन वहां डाॅक्टर नहीं मिले। उनको बताया गया कि डाॅक्टर मुख्य भवन में पर्ची काउंटर के सामने ही मिलेंगे। वहां पहुंचने के बाद बाल रोग विशेषज्ञ डा.एमएस रावत दिखाया। उन्होंने चर्म रोग डाॅक्टर के पास दिखाने की सलाह दी।
पंजीकरण काउंटर के पास ही कक्ष के बाहर चर्म रोग विशेषज्ञ का बोर्ड लगा था, लेकिन डाॅक्टर नहीं था। उनको फिर बताया गया कि चर्म रोग विशेषज्ञ डा. अजय नैथानी नये भवन में बैठते हैं। बच्चे को गोद में लेकर वे वहां गईं तो वहां भी चिकित्सक अपने कक्ष में नहीं थे। बाल रोग विशेषज्ञ खुद डा. नैथानी को बुलाकर अपनी सीट पर ले कर आये, लेकिन डा. नैथानी ने सुरभि को यह कहते हुए डांट दिया कि जब चिकित्सक कक्ष में नहीं थे तो वे भीतर कैसे चली आईं।
डीएम सविन बंसल ने कहा कि जिला चिकित्सालय का इसी तरह औचक निरीक्षण करवाएंगे। इससे पता चलता है कि चिकित्सालय की व्यवस्थाएं और डाॅक्टरों का आम मरीजों के प्रति कैसा व्यवहार है। उन्होंने कहा कि अगर फिर से ऐसी शिकायत मिलती हैं, तो डाॅक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मरीजों के प्रति डाॅक्टरों को इस तरह का रवैया गैरजिम्मेदाराना है।