रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा मार्ग पर अव्यवस्थाओं को बोलबाला है। बद्रीनाथ से लेकर यमुनोत्री तक यात्री जाम के झाम में उलझे हुए हैं। पुलिस को यात्रा मार्ग पर यातायात व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस कर्मियों को तैनात भी किया गया है। यात्रा मार्गों पर यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बावजूद चाकचैबंद व्यवस्थाओं का दावा किया जा रहा है। लेकिन, सोमवार को पुलिस के दावों की पोल कुर्ता-पजामा पहने यात्री ने खोलकर रख दी।
आम यात्री बनकर निकले डीएम
दरअसल, कुर्ता-पजामा पहने और पीठ पर बैग टांगे हुए कोई और नहीं, बल्कि रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश घिल्ड़ियाल आम यात्री बनकर देर रात से लेकर अगले दिन तक केदारनाथ यात्रा मार्ग की व्यवस्थाओं का जायजा लेने निकले थे। डीएम ने मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग से गौरीकुंड में यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गौरीकुंड में चैकी प्रभारी निरीक्षण के दौरान चैकी पर नहीं मिला, तो डीएम ने तत्काल पुलिस अधीक्षक को फोन कर गौरीकुंड चैकी प्रभारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए और उनके खिलाफ कार्रवाई के भी निर्देश दिये।
रात को निजी वाहन से सोनप्रयाग पहुंचे डीएम
डीएम मंगेश घिल्ड़ियाल नौ जून की रात को निजी वाहन से सोनप्रयाग पहुंचे। यहां से गौरीकुंड पहुंचे। देर रात एक बजे घोड़ा पड़ाव पर गए। वहां उनको तमाम अव्यवस्थाएं देखने को मिली। घोड़े-खच्चर तय स्थानों के बजाय रास्ते में खड़े मिले। इतना ही नहीं वहां ना तो कोई पुलिस कर्मी था और ना होमगार्ड के जवान। सुबह के वक्त जो चार जवान पहुंचे भी तो उनको पता ही नहीं था कि करना क्या है।
पुलिस का जवान ड्यूटी से नदारद
आलम यह था कि जिस गौरीकुंड में पुलिस को 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहना था। वहां केवल चार घंटे ही पुलिस कर्मी तैनाम रहे। करीब 11 बजे दिन में डीएम ने गौरीकुंड बाजार का भी निरीक्षण किया। यहां तो घोड़ा पड़ाव, तप्तकुंड और शटल सेवा पर एक-एक होमगार्ड तैनात मिला। हैरानी की बात यह है कि एक भी पुलिस का जवान ड्यूटी पर तैनात नहीं था।
सेक्टर मजिस्ट्रेट का तबादला
पड़ावों पर गंदगी से पटे शौचालय, पानी की सूखी टोटियां, पुलिस कर्मियों की लापरवाही देख जिलाधिकारी का पारा चढ़ गया। यात्रा व्यवस्थाओं में लापरवाही की इंतेहा देख उन्होंने गौरीकुंड के सेक्टर मजिस्ट्रेट का तबादला केदारनाथ कर दिया। वह यहीं पर नहीं रुके, तत्काल जलसंस्थान के सहायक अभियंता और अवर अभियंता के निलंबन की संस्तुति कर डाली। गौरीकुंड में सुलभ शौचालय का हाल देख उन्होंने सुलभ इंटरनेशनल पर पांच लाख का जुर्माना ठोका। डीएम पुलिस अधीक्षक को कहा कि गौरीकुंड के चौकी प्रभारी को भी तत्काल हटाया जाए। पूरी रात उन्होंने गौरीकुंड के घोड़ा पड़ाव पर यात्रियों के बीच गुजारी। दोपहर 12 बजे वह मुख्यालय लौटे।
DM के इस निरीक्षण के बाद ये माना जा रहा है कि कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है. इसको लेकर डीएम ने विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है.