हरिद्वार- दंबर डीएम दीपक रावत जिनके नाम से ही लोग औऱ नियम-कानून तोड़ने वाले और दफ्तर में बैठे अधिकारी कांप उठते हैं. लेकिन शायद उनते सामने बैठे अधिकारियों को उनका कोई खौफ नहीं रह गया. यो तो डीएम की सख्ताई सिर्फ बाहर के लोगों के लिए या तो अधिकारी उनका खौफ खत्म कर बैठे हैं.
एक ओर राज्य सरकार सुशासन को लेकर भले ही लाख दावे करे लेकिन आला अधिकारी सरकारी सुशासन को पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। राज्य सरकार के आदेश के बाद हरिद्वार में डीएम की अध्यक्षता में हर सोमवार को लगने वाला जनता दरबार मजाक बन गया है।
अधिकारियों को नहीं जनता से कोई लेना-देना
दरअसल इस जनता दरबार में आला अधिकारी जनता की शिकायतों को लेकर कितना गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जनता दरबार के दौरान आला अधिकारी Facebook YouTube जैसी साइट्स पर बिजी रहते हैं और कुछ वीडियोज़ देखकर टाइम पास करते हैं. ऐसे अधिकारियों के हाथ में बागडोर दी जाएगी तो कैसे इस देश का औऱ राज्य की जनता का भला हो सकेगा. जिन्हे जनता औऱ जनता दरबार में टाइम पास करने के लिए वीडयो, फेसबुक का सहारा लेना पड़ रहा है मतलब साफ ही कि अधिकारियों को देश की, राज्य की जनता से कोई लेना देना नहीं है.
यह हाल तब है जब जनपद के कोने-कोने से बड़ी संख्या में लोग अपनी अपनी फरियाद लेकर जनता दरबार में पहुंचते हैं ..सरकार की समस्याओं का मजाक उड़ा रहे हैं इन अधिकारियों को सामने बैठे डीएम का खौफ़ भी नहीं है.