विधानसभा चुनाव के मद्धेनजर प्रदेश में आईएएस और आईपीएस अफसरों के तबादलों को लेकर कसरत शुरू हो गई है। चार जिलों के डीएम बदलने तय हैं।
मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद अब मंत्री व सत्ताधारी दल के विधायक अपने मनपसंद डीएम और पुलिस कप्तानों की तैनाती के लिए दबाव बनाने लगे हैं।मंत्री व विधायकों के पास अपने क्षेत्रों में काम कराने के लिए सिर्फ चार माह बचे हैं। वक्त कम होने से वे जिलों में ऐसे अफसरों की पोस्टिंग चाहेंगे जो उनके काफी नजदीक होने के साथ ही कार्यों में रोड़ा न बने। सूत्रों ने बताया कि मंत्री विधायक इसी जोड़-तोड़ में लगे हैं। दो वर्ष से एक जगह जमे डीएम का हटना तय माना जा रहा है। इनमें देहरादून के डीएम रविनाथ रामन, नैनीताल के दीपक रावत, पौड़ी के चंद्रशेखर भट्ट व बागेश्वर के बीएस मनराल शामिल हैं।
उधर ऊधमसिंहनगर लगभग दो माह से बिना डीएम के है। वहां काफी जूनियर बैच के आईएएस प्रभारी डीएम का काम देख रहे हैं। वहां स्थायी डीएम जाना तय है। इसी तरह पुलिस कप्तानों की भी सूची तैयार हो रही है। कप्तानों में अल्मोड़ा को छोड़ दें तो अधिकांश को अभी ज्यादा वक्त नहीं हुआ है, लेकिन छह-सात जनपदों के कप्तानों के बदले जाने की भी चर्चा है।