यह खबर हुक्का के शौकीन लोगों को चिंता में डाल सकती है। एक अध्ययन में कहा गया है कि दिल की सेहत के लिए हुक्का भी सिगरेट जितना ही नुकसानदेह है। काफी लोगों को लगता है कि इसमें लगे पानी के पाइप की वजह से यह जल्दी से जलने वाले तंबाकू से सुरक्षित है। हुक्का किशोरों और युवाओं में काफी लोकप्रिय है।
हुक्का में इस्तेमाल होने वाला हशिश में भी वही हानिकारक चीजें होती हैं
यूनीवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में हुए अध्ययन में कहा गया है कि हुक्का में इस्तेमाल होने वाला हशिश में भी वही हानिकारक चीजें होती हैं, जो सिगरेट के तंबाकू में होती हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि हुक्का पीने वालों की धमनियां सख्त होने लगती हैं, जिससे हृदय संबंधी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
दिल की बीमारी होने की उतनी ही आशंका होती है, जितनी धूम्रपान करने वालों को
विशेषज्ञों का कहना है कि हुक्का में इस्तेमाल होने वाले तंबाकू शीशा में भी वहीं कार्सिनोजेनिक होते हैं, तो सिगरेट के तंबाकू में होते हैं। यूसीएलए के शोधकर्ताओं ने कहा कि हुक्का पीने वालों में छोटी अवधि में दिल की बीमारी होने की उतनी ही आशंका होती है, जितनी धूम्रपान करने वालों को होती है। बीते कुछ दशकों से तंबाकू कंपनियों ने मानना शुरू किया है कि तंबाकू सेहत के लिए हानिकारक होती है।
तकरीबन 10 फीसदी किशोर हुक्का पीने के शौकीन हैं
हुक्का किशोरों और युवाओं में काफी लोकप्रिय है। तकरीबन 10 फीसदी किशोर हुक्का पीने के शौकीन हैं। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में कहा गया है कि हुक्का में इस्तेमाल की जाने वाली तंबाकू में फल और कैंडी जैसे कई फ्लेवर होते हैं। प्रमुख शोधकर्ता मैरी रेजाक हाना का कहना है कि इसी वजह से यह युवाओं में काफी लोकप्रिय है।
हशिश में भी होती है सिगरेट की तरह ही तंबाकू की मात्रा
विशेषज्ञों का कहना है कि हशिश में भी सिगरेट की तरह ही तंबाकू की मात्रा होती है। इसी तरह इसमें निकोटीन भी होती है और इसके धुंए में भी कार्बन मोनोऑक्साइड भी सिगरेट की तरह ही होता है