देहरादून : हरीश रावत न तो निकाय चुनावों के लिए मेयर और जिलाध्यक्षों के नाम पर मंथन के लिए उत्तराखंड के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठे और न ही निकाय चुनावों में पार्टी के लिए हवा बनाते हुए दिख रहें हैं। जाहिर है कि हरीश रावत का राजनीतिक कद बेहद ऊंचा है। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में हरीश रावत चुनावी मैदान में नजर आएंगे। लेेकिन अब तक ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
हरीश रावत को आसाम कांग्रेस का प्रभारी बनाए जाने के बाद उनकी उत्तराखंड में उपस्थिती कम जरूर हुई है लेकिन गाहे बगाहे हरीश रावत उत्तराखंड आ ही जाते हैं। लेकिन इस बार ऐसा देखने को नहीं मिला है। वो न तो नामांकन के दौरान कहीं दिखे न किसी रैली के दौरान…न देहरादून दिखे न पिथौरागढ़. ऐसे में सबके मन में सवाल है कि इस दौरान आखिर वो हैं कहां?
वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष की मानें तो हरीश रावत आसाम के प्रभारी है और राष्टीय महामंत्री है। 2019 के चुनाव के लिए हरीश रावत पर बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है। उत्तराखंड के चुनाव के बारे में उनके साथ लगातार विचार विमर्श किया जा रहा है और जितनी भी हमारी घोषणा हुई है सभी में मामलों में उनसे राय ली जा रही है।