देहरादून(मनीष डंगवाल)- सीता माता को डेस्ट टूयूब बेबी करार दिए जाने के बयान पर यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के बयान की जहां पूरे देश में खूब किरकिरी होने के साथआलोचनाएं हो रही है, वहीं दिनेश शर्मा के बयान पर भाजपा भी असहज दिख रही है.लेकिन दिनेश शार्मा के बयान का उत्तराखंड शिक्षा विभाग के महानिदेशक आलोक शेखर तिवारी ने बचाव करते हुए कहा कि यूपी के डिप्टी सीएम ने जो बयान दिया है उसे हास्यास्पद नहीं लेना चाहिए बल्कि उसे सत्य और विज्ञान हिसाब ले लिया जाना चाहिए।
कौरव पुत्र का दिया उदाहरण
आलोक शेखर तिवारी का कहना कि महाभारत काल में गंधारी को मिस कैरिज हुआ था,लेकिन उस समय की साईंस के अनुसार गंधारी के मिस कैरिज के पिण्ड को एक घण्डे में सुरक्षित रखा गया,जिससे 100 कौरव पुत्र उत्पन्न हुए है,तो इसलिए वो व्यक्तिगत रूप से कहना चाहते है कि यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने जो बयान दिया है उसे आज के युग में साईंस के तौर पर देखना चाहिए न की उसे हास्यास्पद रूप में देखना चाहिए।
महान वैज्ञानिक का भी दिया उदाहरण
शिक्षा विभाग के माहनिदेशक आलोक शेखर तिवारी आगे कहते है कि महान वैज्ञानिक कोपरनिकस ने जब ये कहना था कि सूर्य पूर्व से निकलता है और सूर्य नहीं पृथ्वी घुमती है तो उस समय उनके बयान को हांस्यास्पद बताया गया लेकिन जब इसमें और वैज्ञानिकों खोज की तो कोपरनिकस का कत्थन सत्य निकला ।
विद्धान व्यक्ति है दिनेश शर्मा
दिनेश के बयान की चार्चाएं जहां पूरे देश में रही है और दिनेश शर्मा की सोच पर भी तमाम लोग सवाल उठा रहे है वहीं आलोक शेखर तिवारी कहते है कि दिनेश शर्मा एक विद्धान आदमी है और उनहोने जो बयान दिया है उसे सत्य विज्ञान के हिसाब से दिया है,इसलिए उनके बयान को हांस्यास्पद रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।