बीते दिन ऋषिकेश से पुलिसकर्मियों द्वारा एक युवक की पिटाई करने का वीडियो वायरल हुआ जिसके बाद डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं आज डीआईजी और देहरादून एसएसपी ने पुलिस लाईन में गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी के दौरान समस्त पुलिस अधीक्षक, समस्त क्षेत्राधिकारी, समस्त थानाध्यक्ष मौजूद रहे। गोष्ठी के दौरान डीआईजी ने सभी थानाध्यक्षों को सख्त निर्देश दिए कि जनता के साथ दुर्व्यवहार किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
वहीं डीआईजी ने कहा कि भविष्य में अगर किसी पुलिस कर्मी द्वारा आम जनता के साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता की शिकायत मिली तो सम्बन्धित पुलिस कर्मियों पर कड़ी वैधानिक कार्यवाही करने के साथ ही सम्बन्धित थाना प्रभारी की जिम्मेदारीःउत्तरदायित्व निर्धारित करते हुये उनके विरुद्ध भी कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
साथ ही डीआईजी ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि वह अपने अधीनस्थ नियुक्त समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से ब्रीफ कर दें कि ड्यूटी के दौरान किसी भी व्यक्ति से शालीनता से पेश आयें। आम जनता के साथ अच्छा आचरण रखा जाये जिससे जनता के बीच पुलिस की अच्छी छवि बने।
4- कोई भी व्यक्ति ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता या सरकारी कार्य में बाधा डालता है तो उसकी वीडियों रिकॉर्डिंग अवश्य की जाय। सम्बन्धित व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार न कर उसके विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी जाय।
5- कोई भी ऐसा कार्य न किया जाय जिससे पुलिस विभाग की छवि खराब हो। पुलिस कर्मियों द्वारा की जाने वाले किसी भी दुर्व्यवहार/अभद्रता की घटना आम जनता द्वारा रिकॉर्ड कर ली जाती है या सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो जाती है, जिसे आम जनता द्वारा सोशल मीडिया में डालकर उसका प्रचार-प्रसार कर दिया जाता है, जिससे पुलिस की आम छवि खराब होती है।
6- थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपने अधीनस्थ कर्मियों को अनुशासन में रखा जाय विशेषकर जो कर्मी विभाग में नये हैं, उन्हें पुलिस विभाग के अनुशासन के बारे में अच्छे तरीके से ब्रीफ किया जाय व आम जनता से अच्छा व्यवहार किये जाने के सम्बनध में भी भली भांति ब्रीफ कर दिया जाय।