पिथौरागढ़: जंगलों की आग भीषण होती जा रही है। वन विभाग ने हाई अलर्ट तो जारी किया है, लेकिन हाई अलर्ट जैसी तैयारी नजर नहीं आ रही है। उत्तराखंड के जंगलोंं आग लगातार भयानक रुप लेती जा रही है औऱ इसका खामियाजा गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जी हां गंगोलीहाट के सुतारगांव से एक हैरान औरपरेशान कर देने वाली खबर सामने आ है. दरअशल गंगोलीहाट के सुतारगांव की छात्रा स्कूल से घर जा रही थी। इस दौरान ओ जंगल की आग की चपेट में आ गई।
गंगोलीहाट के सुतारगांव निवासी ममता भट्ट चार किलोमीटर दूर प्राथमिक विद्यालय गंगोलीहाट में पढ़ती है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को वो छुट्टी के बाद वह अन्य बच्चों के साथ घर जा रही थी। इस दौरान वह गांव के जंगल में लगी आग की चपेट में आ गई। आग से उसके हाथ, चेहरा और पैर बुरी तरह से जल गए।
घबराए बच्चों ने गांव पहुंचकर इसकी जानकारी लोगों को दी। इसके बाद गांव के लोगों ने ममता को सीएचसी गंगोलीहाट पहुंचाया, जहां उपचार के बाद उसे अल्मोड़ा रेफर कर दिया। डॉक्टर के अनुसार बच्ची 30 प्रतिशत तक झुलसी है। उसके पिता मजदूरी करके परिवार को पालते हैं। वन विभाग की लापरवाही बताते हुए ममता के परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता देने और ममता का उपचार कराने की मांग की है।