उत्तराखण्ड पुलिस के जवान धर्मेद्र कुमार आज शनिवार को जिंदगी की जंग हार गए। गम्भीर बीमारी के चलते आज उत्तराखंड पुलिस के जवान धर्मेंद्र का देहरादून में निधन हो गया जिससे उनके परिवार में कोहराम मच गया है। वहीं उत्तराखंड पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है। कोरोना संकट में जी जान से ड्यूटी करने वाले एक कोरोना योद्धा को उत्तराखंड ने खो दिया। उत्तराखंड मित्र पुलिस के जांबाज जवान धर्मेद्र कुमार को आज उत्तराखंड ने खो दिया।
वर्तमान में मुनि की रेती टिहरी गढ़वाल में तैनात थे
परिचितों ने बताया कि कि धर्मेंद्र बखूबी अपनी ड्यूटी को निभाते थे। वर्तमान में मुनि की रेती टिहरी गढ़वाल में तैनात थे। धर्मेद्र कुमार के निधन से उनके परिवार व प्रेमी दोस्तो में शोक की लहर है। बता दें कि देहरादून के एक निजी हॉस्पिटल में धर्मेन्द्र कुमार ने आज सुबह अंतिम सांस ली। बता दें कि उनके तीन छोटे बच्चे हैं जो की पढ़ाई करते हैं।
थाना मुनिकी रेती के ब्यासी चौकी में तैनात हैं कांस्टेबल
आपको बता दें कि थाना मुनिकी रेती के ब्यासी चौकी में तैनात कांस्टेबल(07सी.पी.) धर्मैंद्र की हालत गंभीर थी। उनका इलाज मैक्स में चला और फिर कनिष्क अस्पताल में। डेढ़ महीने में 16 लाख से अधिक का खर्चा हो चुका था लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ था। कांस्टेबल के इलाज के लिए पुलिस विभाग से 10 लाख रुपये लिए गए लेकिन स्थिति जस की तस थी। डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए कहा है जिसमे लगभग 4 लाख से अधिक का खर्चा होना था लेकिन कांस्टेबल के परिवार वाले इतना अधिक खर्च वहन करने में असमर्थ थे। पहले विभाग और रिश्तेदारों की मदद से 16 लाख रुपये जुटाकर कैसे भी करके पैसे जमा कर इलाज चलाया लेकिन फिर भी हालत में सुधार नहीं हुआ। अस्पताल वालों ने ऑपरेशन के लिए कहा और पैसा न होने के कारण उन्हे घर लाया गया और ऑक्सीजन लगाकर रखा गया। उन्होंने खाना पीना बंद कर दिया था। जवान की हालत हैरान और दिल को सहमा देने वाली थी और आखिर कार आज वो जिंदगी की जंग हार गए।
उत्तराखंड पुलिस के इस योद्धा को आपकी मदद की दरकार, खर्च हो चुके हैं 16 लाख, परिजन बेहद परेशान
जवान के परिवार ने जनता से मांगी थी मदद, खबर उत्तराखंड ने खबर की थी प्रकाशित
जवान के परिवार ने प्रदेश की जनता से मदद मांगी थी जिसकी खबर हमने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा मदद भी की जा रही थी लेकिन जवान की हालत गंभीर हो गई थी जिसके बाद आज उ्न्होंने दम तोड़ दिया।
पेट की गंभीर बिमारी से जूझ रहे कांस्टेबल धर्मैंद्र
परिजनों ने जानकारी दी कि कांस्टेबल (07 सी.पी.) धर्मेंद्र चौकी ब्यासी थाना मुनि कि रेती की दिनांक 15 मार्च 2017 से पेट में सूजन (pancreatitis) की बीमारी से जूझ रहे थे। जिसकी वजह से बीते दिनों उनकी अचानक तबियत ख़राब हुई जिसके बाद इलाज पहले उन्हें मैक्स हॉस्पिटल ले जाया गया और अब कनिष्क हॉस्पिटल देहरादून मे कराया गया। इस बीच वो 14 दिन वेंटीलेटर पर भी रहे। जवान धर्मेंद्र के इलाज में कुल करीब 16 लाख से अधिक का खर्चा हुआ। परिवार वालों की आस थी कि कितना भी खर्च हो जाए लेकिन बस वो ठीक हो जाए लेकिन हालत और बिगड़ती चली गई और आज सुबह करीब 5.30 पर उनका देहरादून के रिस्पना स्थित निजी अस्पताल में निधन हो गया। परिवार में शोक की लहर है। उनके पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए हरिद्वार ले जाया गया है।