नोटबंदी को हुए काफी वक्त बीत चुका है। पुरानी नोटों का चलन पूरी तरह बंद हो चुका है इसके बावजूद अब तक पुरानी नोटें मिल रहीं हैं। गुजरात में भी ऐसा ही मामला सामने आया है जो हैरान करने वाला है। गुजरात के गोधरा में पुलिस को पौने पांच करोड़ रूपए मूल्य की पुरानी करेंसी मिली है। ये वो करेंसी है जो नोटबंदी के समय कानूनी तौर पर चलन से बाहर कर दी गई है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गुजरात के आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार गोधरा पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG) ने मंगलवार की रात छापा मार कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एटीएस को इस बाबत गोपनीय सूचना प्राप्त हुई थी।
छापे के दौरान पुलिस ने जुबेर हयात और फारूख छोटा नामक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। ATS के अनुसार मुख्य आरोपी इदरीस हयात भागने में कामयाब हो गया। बंद कर दिए गए नोटों के अवैध लेनदेन में कुछ लोगों के शामिल होने की सूचना मिलने पर गोधरा एसओजी ने पहले मेड सर्किल स्थित एक स्थान पर छापा मारा। साथ ही छोटा के पास से एक हजार रुपये के नोटों के पांच बंडल बरामद किए।
ATS के अनुसार उससे पूछताछ के बाद एसओजी दल गोधरा के धंत्या प्लॉट क्षेत्र में पहुंचा और एक घर और कार में पुराने नोटों के कई बंडल बरामद किए। घर का मालिक इदरीस भागने में कामयाब रहा और उसके बेटे जुबेर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
बड़ी मात्रा में पुरानी करेंसी मिलने से ATS हैरान है। अब जांच एजेंसियां ये पता लगाने की कोशिश कर रहीं हैं कि इतनी बड़ी रकम वो भी पुरानी करेंसी में छुपा कर अब तक क्यों रखी गई थी। आशंका है कि इस रकम का इस्तमाल हवाला के जरिए होने वाले कारोबार में हुआ होगा।