जिला अधिकारी दीपक रावत लक्सर के जगदंमनी पब्लिक स्कूल में शरद मेले के आयोजन में पहुंचे. जहां स्कूल के बच्चों ने एक से एक सुंदर कार्यक्रम की प्रस्तुति दी. बच्चों ने सभी अभिभावकों और वहां मौजूद अतिथियों का मन मोह लिया. वहीं इस दौरान जब पत्रकारों ने जिलाधिकारी दीपक रावत से आए दिन लक्सर से आ रही रिश्वत लेने के मामले के बारे में पूछा तो इस सवाल से दीपक रावत पत्रकारों पर भड़क उठे…
पत्रकारों ने पूछा ये सवाल
लकसर में अब तक तीन अधिकारियों का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हो चुका है, लेकिन अभी तक इन तीनों वीडियों पर क्या जांच और कार्रवाही हुई…पत्रकार ने पूछा की रिश्वत की वायरल वीडियो में एक SDM का पेशकार है. दूसरा लक्सर तहसील में और तीसरा वन विभाग के डिप्टी रेंजर का है। तो फिर अब तक इन तीनों वायरल वीडियो पर क्या कार्रवाई हुई…
इस पर दीपक रावत ने जवाब देते हुए कहा कि हमने उन लोगों को अटैच कर दिया है। पत्रकारों ने फिर सवाल किया कि अटैच करना कोई समाधान नहीं, आखिरकार क्या कार्रवाई की गई. बस फिर क्या इस बात को सुनते ही जिलाधिकारी दीपक रावत आग बबूला हो गए
दीपकर रावत ने कही ये बात
डीएम दीपक रावत ने कहा कि आप पूछने वाले कौन हो, कैमरा लेकर कुछ भी बात पूछने लगते हो इतना कहते हुऐ बिना सवाल का जवाब नहीं जिला अधिकारी अपनी गाड़ी से निकल गए. लेकिन सवाल यही पर खत्म नहीं होते हरिद्वार जिले में जिलाधिकारी दीपक रावत का ईमानदारी डंका बजता है। कुछ ही दिन पूर्व लकसर ब्लॉक के लादपुर कलां गांव में 12 लाख रुपए की मनरेगा सड़क का घोटाला सामने आया था। जो कागज में तो दर्शाई गई थी। लेकिन धरातल पर कुछ भी ऐसा नहीं था।