सितारगंज- सितारगंज में वाल्मीकि समुदाय के लोग एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र की ख़बर से आक्रोशित हो उठे जिसके बाद समुदाय के लोगों ने समाचार पत्र के रिपोर्टर के खिलाफ सितारगंज कोतवाली के बाहर जमकर नारेबाजी की और कार्यवाही की मांग को लेकर कोतवाली में के बाहर धरने पर बैठे गए साथ ही कार्यवाही न होने तक धरना जारी रखने का एलान किया.
दरअसल सितारगंज में दो गुटों के बीच हुई लड़ाई-झगड़े की ख़बर को गलत और एक पक्ष के खिलाफ बढ़ा-चढ़ाकर प्रकाशित करने पर वाल्मीकि समुदाय के लोगों के आक्रोशित होकर सितारगंज कोतवाली के बाहर धरने पर बैठ गए. समुदाय के लोगों ने प्रतिष्ठित अखबार के सितारगंज रिपोर्टर के खिलाफ कोतवाली में पहुचकर जमकर नारेबाजी की और तहरीर देकर रिपोर्टर के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की।
धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि कोतवाली में धरना तब तक चलता रहा जब तक कि वह सी.ओ और एसडीएम सितारगंज पहुंच कर उनसे मुलाकात कर दोषी के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन मिलने पर ही धरना स्थगित किया गया।
बता दें कि वाल्मीकि समुदाय के लोगों ने बताया कि वह लोग बारात लेकर विशेष समुदाय के लोगों की बस्ती के समाने से निकल रहे थे, तभी ग्राम पंडरी सितारगंज निवासी 3 युवकों ने चालक को वहां से निकलने पर रोका और दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया। वाल्मीकी समुदाय के लोगों ने विपक्ष के खिलाफ फावड़े से हमला करने का आरोप लगाया और पुलिस में तहरीर दी. रिपोर्ट दर्ज कराने वाले समुदाय के लोगों ने रिपोर्टर पर उल्टा उनके ही खिलाफ खबर प्रकाशित करने का आरोप लगाया है और विपक्ष का साथ देने का आरोप लगया. गुस्से से धरने पर बैठे लोगों ने आरोप लगाया है कि प्रतिष्ठित अखबार के रिपोर्टर ने अखबार में खबर को बिल्कुल उल्टा प्रकाशित की है.