देहरादून : बीते दिन देहरादून में ड्यूटी ते दौरान सड़क हादसे में सिपाही की मौत हो गई थी जिसमें त्रिवेंद्र सरकार सम्मान निधि से 10 लाख रुपये देने का ऐलान किया है. लेकिन प्रदेश की जनता ने मृतक सिपाही और असली कोरोना वॉरियर के परिवार वालों को 50 लाख या उससे अधिक रुपय का मुआवजा देने की मांग की है। खबर उत्तराखंड की सीएम द्वारा मुआवजे का ऐलान वाली खबर में लोगों के कमेंट की बौछार हो गई है जिसमे लोगों ने सिपाही के परिवार को कम से कम 50 लाख या उससे अधिक का मुआवजा देने की मांग की है।
सिपाही पीपीई किट लेकर क्वारंटीन सेंटर बिधोरली गया था
बता दें कि मृतक सिपाही संजय गुर्जर प्रेमनगर थाने में तैनात थे और वो ड्यूटी पर थे।बीती रात सिपाही पीपीई किट लेकर क्वारंटीन सेंटर बिधोरली गया था। वहां से लौटते वक्त यह हादसा हो गया।उनकी बाइक रपट गई और वो गंभीर रुप से घायल हो गए। उन्हें घायल हालत में सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन मंगलवार को दोपहर के समय उसने दम तोड़ दिया। मृतक 2006 बैच का सिपाही थे। उसकी मौत की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गयी और परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की एक बेटी है। पुलिस द्वारा सिपाही का पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
दूसरों को बचाने के लिए गंवाई अपनी जान
वहीं इसके बाद त्रिवेंद्र सरकार ने सिपाही के परिवार को सम्मान निधि से 10 लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया लेकिन लोगों ने सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताई और फैसले के खिलाफ आवाज उठाते हुए असली कोरोना वॉरियर को कम से कम 50 लाख या उससे अधिक का मुआवजा देने की मांग की है। देखना ये होगा की सरकार इस पर कितना ध्यान देती है और असली योद्धाओं को, जिन्होंंने दूसरों के लिए अपनी जान कुर्बान की उनके परिवार के लिए कितना सोचती है। दीपिका रावत