चंपावत : कोरोना काल में पुलिस ने सामान्य अपराधियों को राहत देते हुए कार्रवाई से फिलहाल कुछ छूट दी हुई है। लेकिन, दिल्ली में कोरोना के कारण हालात बिगड़ने का लाभ उठाकर हत्या का आरोपी एक बदमाश दिल्ली पुलिस से बचने के लिए उत्तराखंड में चंपावत जिले के लोहाघाट पहुंच गया। आरोपी ने फर्जी नाम और पाता बताकर कर्मचारियों को गुमराह किया। उसे यहीं एक क्वारंटीन सेंटर में क्वारंटीन किया गया था। लेकिन, कल जब अचानक दिल्ली पुलिस की टीम क्वारंटीन सेंटर पहुंची तो लोगों के होश उड़ गए। लोग पहले समझ ही नहीं पाए। बाद में जब पुलिस ने उनको हकीकत बताई तो हर कोई हैरान रह गया।
मामला शनिवार का है। दिल्ली सब इंस्पेक्टर रवि कुमार पुलिस टीम के साथ लोहाघाट पहुंचे। हत्या के आरोपी की लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने स्थानीय प्रशासन को पूरी जानकारी दी, जिसके बाद एसडीएम आरसी गौतम ने आरोपी को दिल्ली पुलिस का सौंप दिया। जानकारी के अनुसार हत्या का आरोपी रोशन ललवानी, निवासी दिल्ली 11 अगस्त को लोहाघाट पहुंचा था। उसने लोहाघाट चेकपोस्ट में अपने को लखनऊ से आया बताने के साथ अपना नाम मोहन पुत्र सतीश, निवासी रौल मडलक दर्ज कराया था। जिसके आधार पर आरोपी को 14 दिन के लिए मायावती के आईक्यू सेंटर में क्वारंटीन कर लिया गया था।
शनिवार को उसे क्वारंटीन हुए 12 दिन हुए थे। दिल्ली पुलिस के आने पर आरोपी की ओर से अपना नाम पता फर्जी बताने पर उसकी तलाश में कुछ दिक्कतें आई। उसकी लोकेशन और फोटो के आधार पर उसे मायावती आईक्यू सेंटर से बरामद किया गया। एसडीएम ने बताया कि आरोपी रोशन हत्या के प्रयास में दिल्ली में वांटेड था। एसओ मनीष खत्री ने बताया कि आरोपी गुमशुदगी में संदिग्ध था। जिसे दिल्ली पुलिस अपने साथ ले गई।