देहरादून : कांग्रेस के भारत बंद के ऐलान का उत्तराखण्ड में मिला जुला असर देखने को नही मिला. वहीं विपक्षी पार्टियों का भी कांग्रेस को समर्थन मिला लेकिन देहरादून में भारत बंद का असर कम देखने को मिला. बाजार बंद कराने को दौरान कांग्रेसियों और व्यापारियों में जमकर नोकझोंक हुई.
.व्यपारियों का आरोप है- कांग्रेस नेता भारत बंद करने के लिए गुंडा गर्दी पर उतारु
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के खिलाफ कांग्रेस ने आज भारत बंद का ऐलान किया था लेकिन उत्तराखंड में इसका ज्यादा खास असर देखने को मिला नहीं…बात अगर राजधानी देहरादून की करें तो देहरादून में कांग्रेस नेताओं और व्यापारियों के बीच भारत बंद को सफल बनाने के लिए दुकान बंद करने को लेकर तीखी बहस देखने को मिली…कांग्रेस नेताओं ने व्यापारियों को दुकान बंद करने को लेकर काफी बहस की लेकिन कुछ व्यपारियों ने फिर भी दुकानें बन्द नही की और दुकान बंद न करने को लेकर सीधे कांग्रेस नेताओं से भिड़ते नजर आए…व्यपारियों का आरोप है किकांग्रेस नेता भारत बंद करने के लिए गुंडा गर्दी कर रहे हैं. यहाँ तक की कई नेताओं के द्वारा गाली गलौज भी की गयी.
कांग्रेस नेताओं के जाते ही दुकान खुलती हुई आयी नजर
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्य्क्ष प्रीतम सिंह भी भारत बंद को सफल बनाने के लिए देहरादून की सड़कों पर उतरे लेकिन फिर भी कांग्रेस को भारत बंद पर व्यपारियों का पूर्ण समर्थन नहीं मिला और व्यपारी प्रीतम से भी उलझते हुए नजर आए..आलम ये रहा है कि कांग्रेस नेता कई जगह दुकान बंद करा रहे थे और दूसरी तरफ कांग्रेस नेताओं के जाते ही दुकान खुलती हुई नजर आयी।
सीएम का कहना है देश में जो भी महंगाई बढ़ रही है वह कांग्रेस की देन है
वहीं भारत बंद को लेकर सीएम का कहना है देश में जो भी महंगाई बढ़ रही है वह कांग्रेस की देन है…खास कर तेल की कीमतों को लेकर क्योकि कांग्रेस ने इस बारे में कभी सोचा ही नही…केंद्र की मोदी सरकार बायोफ्यूल से वाहन चलाने की योजना पर काम कर रही है…साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग को बढ़ावा दे रही है, जिससे लोगो को तेल पर निर्भर नही रहना पड़ेगा. जहाँ तक भारत बंद की बात है कांग्रेस का भारत बंद उत्तराखंड में फ्लोप साबित हुआ है।