देहरादून : देहरादून के सहसपुर थाना क्षेत्र में एक बेदर्द मां अपने नवजात बच्चे को झाड़ियों में तड़पता छोड़ गई। एक मां ने मां की ममता को शर्मसार करने वाला काम किया। मां की बेदर्दी इस बात से समझिए की एक मां अपने बच्चे को भारी ठंड में बिन कपड़ों के झाड़ियों में फेंक गई। बच्चा रोता रहा फिर वर्दीधारी नवजात के लिए देवदूत साबित हुए।
होली के दिन की घटना, वर्दी धारी बने देवदूत
मामला होली के दिन यानी की 10 मार्च की शाम करीबन 7.15 बजे का है। होली के त्यौहार में शांति व्यवस्था और शहर की सुरक्षा को देखते हुए चीता पुलिस गश्त पर थी। इस दौरान पुलिसकर्मियों को चोरखाला के पास स्थित झाड़ियों से नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनाई दी। पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे तो देखा कि नवजात की स्थिति बेहद बुरी थी। शरीर पर कपड़े भी नहीं थे। ये देखने के बाद पुलिसकर्मियों ने तुरंत पहले बच्चे के लिए कपड़ों की व्यवस्था की और उसके बाद तुरंत 1098 चाईल्ड हेल्प लाईन फोन कर टीम को सूचना दी और नवजात को सीएचसी सहसपुर में भर्ती किया गया। जहां नवजात शिशु को प्राथमिक चिकत्सा दी गयी।
नवजात को कराया दून अस्पताल में भर्ती
वहीं बच्चे को सुरक्षा की दृष्टि से सहसपुर के चिकित्सकों ने दून अस्तपाल रेफर किया। थाना सहसपुर पर पुलिस ने बच्चे को एम्बुलेन्स के जरिए से दून अस्पताल भर्ती कराया और साथ ही उच्चाधिकारीयों को बताया गया।
सहसपुर थानाध्यक्ष ने जाना नवजात का हालचाल
वहीं इसके बाद सहसपुर थानाध्यक्ष ने अस्पताल में जाकर बच्चे की जानकारी ली और चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 की टीम भी दून अस्तपाल पहुंची। नवजात शिशु को अपनी देखरेख में लिया गया। लावारिस नवजात शिशु के सम्बन्ध में पुलिस ने चोरखाला सहसपुर के आस-पास के क्षेत्र में लावारिस नवजात शिशु के परिजनों की तलाश की।