देहरादून : कल राहुल गांधी ने देहरादून के परेड ग्राउंड से परिवर्तन रैली कर राज्य में लोकसभा चुनाव का शंखनाद किया. इस दौरान भाजपा में बैचनी रही क्यों भाजपा के दिग्गजों के मनाने के बाद भी बीसी खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी ने कांग्रेस ज्वॉइन कर राहुल गांधी से हाथ मिलाया. इस दौरान मंच ने राहुल और मनीष खंडूरी ने जनसभा को संबोधित किया. साथ ही पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्द्येश, पूर्व सीएम हरीश रावत, गरिमा दसौनी, सूर्यकांत धस्माना सहित कांग्रेस विधाय करण माहरा ने भी भाषण दिया. इस दौरान सभी कंग्रेसी के चेहरे खिले नजर आए औऱ जनता जोश से भरी नजर आई.
राहुल की रैली में किशोर का अपमान
लेकिन इन सब के बीच एक चेहरा ऐसा था जिसका पार्टी में खासा योगदान रहा वो कांग्रेस के दिग्गज चेहरों में से एक हैं औऱ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं जो की कल राहुल की रैली से नाराज होकर लौटे. उन्होंने अपनी नाराजगी फेसबुक पोस्ट के जरिए बयां की. जी हां वो नाम और चेहरा है पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय का जो की राहुल की रैली से खफा होकर लौटे क्योंकि उनको मंच पर बोलने का मौका नहीं दिया गया. कांग्रेस प्रवक्ता से लेकर प्रदेश उपाध्यक्ष सबने अपने विचार रखें लेकिन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे किशोर उपाध्याय को बोलने का न तो मौका दिया और न उनका नाम लिया जिससे वो खासा नाराज हैं.
खबर है कि मंच का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने की थी जिससे कहा जा सकता है कि कहीं न कहीं किशोर उपाध्याय की अनदेखी की गई.
फेसबुक पोस्ट
किशोर उपाध्याय ने लिखा कि पूरे प्रदेश के कांग्रेस साथियों का मैं आभारी हूँ, जिन्होंने फ़ोन पर और व्यक्तिगत रूप से मिलकर आज की रैली में मेरे साथ मंच पर किये गये व्यवहार पर चिंता व्यक्त की,मैं आपका आभारी हूँ। उन्होंने लिखा कि अपने सभी साथियों से विनम्र निवेदन करना चाहता हूँ कि यह समय श्री राहुल गांधी जी के हाथों को सुदृढ़ करने का है। व्यक्तिगत मान-अपमान गौण है। मेरा अपमान करने से कांग्रेस मज़बूत होती है तो वह भी मुझे शिरोधार्य है।
देखने वाली बात ये होगी कि अब कांग्रेस कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की नाराजगी कैसी दूर करती है.