देहरादून : बिजली की रियायती दरों में कटौती के विरोध में उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा का गुस्सा फूट पड़ा। मोर्चा के नेतृत्व में अधिकारियों और कर्मचारियों ने तीनों निगमों में पहुंच कर एमडी का घेराव किया और उन्हें कुर्सी से उठने को मजबूर कर दिया। देर शाम निगम प्रबंधन से हुई वार्ता के बाद कर्मचारियों ने छह दिसंबर तक धरना-प्रदर्शन स्थगित कर दिया।
दरअसल शनिवार सुबह 10 बजे अधिकारी और कर्मचारी यूपीसीएल परिसर में इक्कट्ठा हुए। एमडी बीसीके मिश्रा के कार्यालय में पहुंचकर उनका घेराव कर काम बंद कर दिया और एमडी को बाहर निकलने का दबाव बनाने लगे। लेकिन जब एम़डी कुर्सी से नहीं उठे तो कर्मचारी वहीं कमरे में धरने पर बैठ गए। एमडी ने कहा कि वह अधिकारियों और कर्मचारियो के साथ हैं। जहां तक विद्युत टैरिफ की बात है तो बीओडी ने फैसला दिया था कि यह मामला सरकार या कोर्ट के स्तर से निपटाया जाए। लेकिन निगम प्रबंधन सहमति के आधार पर इस मामले को निस्तारण करने की कोशिश कर रहा है।
लेकिन अधिकारी और कर्मचारी नहीं मानें वो वहीं धरने पर बैठे रहे। वहीं दबाव को देखते हुए आखिरकार एमडी कुर्सी से उठे औऱ कार्यालय से बाहर निकल गए और प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को समझाया। उसके बाद दोपहर करीब 1 बजे अधिकारी और कर्मचारी उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड कार्यालय पहुंचे।