देहरादून : देहरादून एसएसपी ने अपनी कार्यकुशलता और लोकप्रियता के चलते इतिहास रचा। प्रमोशन होने के बाद भी यानी डीआईजी बनने के बाद भी अरूण मोहन जोशी देहरादून एसएसपी बने रहेंगे ।
गौर हो कि 27 दिसंबर को शासन द्वारा बडे स्तर पर पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण किये गए।जिनमें से कुछ पुलिस अधिकारियों को प्रमोशन के बाद नियुक्ति दी गई है। देहरादून में वर्तमान में कार्यरत अरुण मोहन जोशी को एसएसपी से उपमहानिरीक्षक के पद पर प्रमोशन मिला फिर भी शासन द्वारा अरुण मोहन जोशी के विगत 4 माह के उल्लेखनीय कार्यों को देखते हुए एवं उनकी कार्यकुशलता एवं जनमानस मे उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के पद पर बने रहने के आदेश दिए गए हैं ।
अरुण मोहन जोशी को जनपद देहरादून में बतौर पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के पद पर नियुक्त किया गया है। अरुण मोहन जोशी वर्ष 2006 के आई पी एस अधिकारी हैं। वे इससे पूर्व जनपद हरिद्वार में भी बतौर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उनकी कार्यकुशलता ओर लोकप्रियता को देखते हुए शासन द्वारा निर्णय लिया गया है ।विगत 04 माह में जनपद में घटित घटनाओं के अनावरण और जन समस्याओं के त्वरित निराकरण करने में अरुण मोहन जोशी की विशेष लोकप्रियता को देखते हुए शासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है। इसके अलावा जनपद में अवैध खनन पर भी इनके द्वारा लगाम लगाई है।विशेष कार्यों में जनपद में राजपुर में क्रिकेटर अभिमन्यु ईश्वरन के घर घटित डकैती की घटना, प्रेमनगर में सर्राफा व्यापारी से दिन दहाड़े लूट की घटना,एटीएम लूट, कामना हत्याकांड,रिंकु हत्याकांड,04 करोड़ से अधिक की नशे के माल की बरामदगी, बसंत बिहार की डकैती आदि बहुचर्चित केसों का त्वरित अनावरण किया गया है। इनकी पुनः नियुक्ति की वजह भृष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की नीति भी है ।