देहरादून भाववाला स्थित एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले साढ़े तीन साल के अंश को स्कूल प्रबंधन की लापरवाई का अंजाम भुगतना पड़ा था। स्कूल बस की खिड़की पर स्टील गार्ड ना लगे होने के कारण अंश स्कूल बस की खिड़की से नीचे गिर गया था और बुरी तरह चोटिल हुआ था। पूरी घटना ने परिवहन विभाग के दावों की पोल खोलकर रख दी।
49 स्कूल वाहनों का चालान, 11 वाहन सीज
अब घटना के बाद परिवहन विभाग की नींद जागी है। विभाग स्कूलों के बाहर छुट्टी के वक़्त बच्चों की स्कूल वेन और गाड़ियों की चेकिंग कर रहा है। साथ ही परिवहन विभाग ने चेकिंग कर 49 स्कूल वाहनों का चालान किया साथ ही 11 वाहन सीज किए.
यूँ तो परिवहन विभाग स्कूली बसों के संचालन और उसमें बच्चों के लिए पूरी सुविधाओं के मानकों की बात करता है लेकिन देहरादून में कई बार ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं। भले ही लगातार स्कूल प्रबंधन को ये कहा जाता है कि वे स्कूल की गाड़ियों में बच्चों के लिए पूरी सेफ्टी रखे लेकिन फिर भी मासूम अंश के खिड़की से गिरने जैसे हादसे लोगों को अपने बच्चों को स्कूलों में भेजने के लिए डरा रहे हैं। परिवहन विभाग द्वारा आज स्कूलों के बाहर चेकिंग की गई, और कई चालान भी काट गए।
बताते चलें कि जब भी कोई घटना होती है तो विभाग हरकत में दिखाई देता है, लेकिन सवाल उठना लाज़मी है कि आख़िर प्राइवेट स्कूलों की अनदेखी पर परिवहन विभाग के द्वारा कोई सख़्त क़दम क्यों नही उठाये जाते।।