देहरादून : पटेलनगर के जुयाल मार्ग पर खाली प्लॉट में मिले महिला के शव की शिनाख्त के साथ ही पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा भी कर दिया है। महिला का कत्ल उसके प्रेमी ने ही किया था। इसके बाद बीवी की मदद से शव को कंबल में लपेटकर खाली प्लॉट में फेंक दिया। प्रेमिका की मोबाइल लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस प्रेमी के घर पहुंची तो उसका मोबाइल और पर्स मौका-ए-वारदात से बरामद हो गया। प्रेमी को हत्या और उसकी बीवी को शव ठिकाने लगाने में पति की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को जेल भेज दिया है।
एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि गुरुवार की देर रात शव मिलने के बाद शुक्रवार को महिला की फोटो लेकर पुलिस टीमों ने छानबीन शुरू की। जिसमें पता चला कि मृतका का नाम ज्योति है और वह शिवनगर कॉलोनी में किराये के मकान में रहती है। मकान मालकिन शशिबाला उर्फ बबली पत्नी ज्ञानचंद ने बताया कि ज्योति खुद को प्रवीण यादव पुत्र तरणी यादव निवासी राजीव जुयाल मार्ग पटेलनगर मूल निवासी ग्राम बांगडोग थाना नयागांव जिला बेगूसराय (बिहार) की पत्नी बताती है।
आखिरकार प्रवीण वे उगला राज
बुधवार की रात वह प्रवीण के घर जाने की बात कहकर यहां से निकली थी, लेकिन अगले दिन भी नहीं लौटी। चूंकि शव जुयाल मार्ग के ही पास मिला था, इसलिए हत्या का पहला शक प्रवीण पर ही गया। शुक्रवार को प्रवीण को हिरासत में लेकर उसके घर की तलाशी ली गई तो ज्योति का मोबाइल और पर्स उसके घर से बरामद हो गया। प्रवीण से पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो थोड़ी देर तक वह घुमाता रहा, लेकिन आखिरकार उसने राज उगल ही दिया।
ज्योति भी मूलरूप से बिहार की रहने वाली
प्रवीण ने बताया कि ज्योति भी मूलरूप से बिहार की रहने वाली है। उसके पति किरनपाल की कई साल पहले मौत हो गई। इस बीच उसके ज्योति से अच्छे संबंध हो गए और दोनों बिना शादी किए साथ रहने लगे। इस बीच वह लगातार शादी के लिए दबाव बनाती रही, मगर वह टालता रहा। इसी दरम्यायन रुचिपुरा की रहने वाली पूनम उसके संपर्क में आई और दोनों ने शादी कर ली। यह बात ज्योति को अखर गई।
उसने कहा कि जब वह पूनम को शादी कर साथ रख सकता है तो उसे क्यों नहीं अपना रहा है। इसे लेकर ज्योति से उसका झगड़ा होता रहता था। गुरुवार रात भी वह इसी बात को लेकर उसके पास आर्इ थी। जिसके बाद दोनों का जमकर झगड़ा हुआ और आवेश में आकर उसने ज्योति का गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद रात ढलने का इंतजार किया और बारह बजे के करीब पूनम की मदद से शव को कंबल में लपेट कर पास के खाली प्लॉट में फेंक दिया था।