देहरादून: राजधानी देहरादून में एक बार फिर मां की ममता शर्मसार हुई है। रायपुर क्षेत्र के रांझा वाला के जंगलों में बीती रोज एक नवजात शिशु मिली जिसे कि स्थानीय लोगों ने सीएसी रायपुर मे लाया गया था जिसके बाद नवजात शिशु की हालत खराब होने से उसे दून महिला अस्पताल में रेफर किया गया।
अस्पताल पंहुची बाल आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने नवजात शिशु का हाल जाना और डाक्टरों को हर संभव इलाज देने की बात कही। साथ कहा कि नवजात शिशु की हालत अभी खराब है, जिसका डाक्टर इलाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह एक जघन्य अपराध है। ये मामला लोगों की मानसिकता को दर्शाता है कि वह किस तरफ जा रहे हैं। उन्होंने चिल्ड्रन होम को भी निर्देशित किया है कि जगह-जगह पर झूले लगाएं। अगर कोई लावारिस नवजात शिशु को छोड़कर जाता है, तो उसे झूले में रखकर जा सकता है।