देहरादून : कोरोना के प्रकोप और लॉक डाउन के बीच देहरादून के कैंट थाना क्षेत्र में एक फर्जी दरोगा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. फर्जी दरोगाा ने लाँक डाउन का फायदा उठाकर पैसे एंठे।
मिली जानकारी के अनुसार 25 मार्च को थाना कैंट पर पीड़िता ने अज्ञात के खिलाफ पुलिस को तहरीर सौंपी। वादी मुकदमा हेमंत अग्रवाल पुत्र श्री जुगल किशोर निवासी थाना कैंट ने लिखित सूचना देकर पुलिस को बताया कि 24 मार्च को शाम के समय उसके और उसके साथियों के साथ लॉकडाउन का फायदा उठाकर एक अज्ञात बहरूपिया जिसने की उत्तराखंड पुलिस के सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहनी थी, चालान के बहाने पैसे ठग लिए गए। उस अज्ञात बहरूपिया द्वारा अनार वाला सर्किट हाउस क्षेत्र में भी अन्य पीड़ितों के साथ इसी तरह धोखाधड़ी कर पैसे ठगे गए। जिसके बाद अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्जक किया गया और जांच उपनिरीक्षक राजेश सिंह को सौंपी गई।
मामला उत्तराखंड पुलिस की छवि से संबंधित होने के कारण पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अज्ञात व्यक्ति की तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी मसूरी के निकट प्रर्वेक्षण में टीम गठित की और आरोपी की जल्द से जल्द तलाश के निर्देश पुलिस टीम को दिए। पुलिस ने सर्विलांस और मुखबिर से सम्पर्क साधकर तलाश तेज की। जिसके बाद पुलिस ने वर्दी पहने हुए आरोपी को गिरफ्तार किया साथ ही मौके से घटना में प्रयुक्त आरोपी की स्कूटी और ठगे हुए 4100 रुपये भी बरामद किए।
आरोपी का नाम पता
राजेन्द्र उर्फ राजन पुत्र गुरुदयाल निवासी पुराना दाना मंडी मोगा पंजाब हाल निवासी थाना कैंट जनपद देहरादून, उम्र 32वर्ष
घर चलाने के लिए नहीं थे पैसे
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि मेरा भाई करणवीर सिंह राजपूत नारकोटिक विभाग में है, जो कि पंजाब में है। आरोपी ने बताया कि उसने यहां लोकल में एक लड़की से शादी कर ली है लेकिन मेरे पास घर चलाने के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए उसने कुछ समय पहले उत्तराखंड पुलिस के उप निरीक्षक की वर्दी खरीदी और कर्फ्यू का फायदा उठाकर लोगों को पुलिस का भय दिखाकर चालान के बहाने लोगों से पैसे ठगे। आरोपी ने बताया कि अभी भी वो लोगों को वर्दी का भय दिखाकर पैसे ठगने जा रहा था कि तभी पुलिस ने पकड़ लिया।
पुलिस टीम में क्षेत्राधिकारी मसूरी नरेंद्र पंत, थानाध्यक्ष संजय मिश्रा, उपनिरीक्षक राजेश सिंह, कॉस्टेबल सुभाष शामिल रहे।