देहरादून : नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने अंतर्राज्यीय ATM क्लोनिंग करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 2 आरोपियों को धर दबोचा साथ ही आऱोपियों के पास से कम्प्यूटर उपकरण, स्कीमर, सीसीटीवी कैमरा, वायरलैस रिसीवर और क्लोनिंग एटीएम कार्ड के साथ नगदी भी बरामद हुई.
व्यक्ति ने दी थी पुलिस को अहम जानकारी
दरअसल 15 दिसंबर को थाना नेहरू कालोनी में एक व्यक्ति ने तहरीर दी की 8 सितंबर की रात को 02 अज्ञात व्यक्तियों ने उनके एटीएम मशीन में स्कीमर, कैमरा लगाया गया है जिससे 65 लोगों के एटीएम क्लोन बनाये गये. साथ ही तहरीर में लिखा गया कि 10 से 15 दिसंबर तक उनके खातों से रूपये निकाले जा रहे हैं।इस सूचना पर पुल हरकत में आई और अज्ञातो के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया.
धारकों की बैंक डिटेल और पूर्व में गिरफ्तार एटीएम क्लोनिंग वालों से की गयी पूछताछ
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी के निर्देश पर टीम गठित की गई. सीसीटीवी कैमरों को चैक करने, खाता धारकों की बैंक डिटेल और पूर्व में गिरफ्तार एटीएम क्लोनिंग वालों से पूछताछ करने के लिए टीम रवाना की गयी। उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार जिन खाताधारकों के एटीएम क्लोन हुए हैं, उनकी बैंक डिटेल लेकर विभिन्न बैंकों के एटीएम मशीनों के सम्बन्ध में जानकारी ली गई और साथ ही जिन एटीएम मशीन पर अभियुक्तों ने क्लोन एटीएम कार्डों का प्रयोग किया है उन एटीएम मशीनों पर लगे इंटरनल व आउटर कैमरों की फुटेज प्राप्त की गई।
टीमों को किया दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व उत्तर प्रदेश रवाना
पुलिस टीम ने जनपद देहरादून के लगभग 100 से 120 एटीएम कैमरो की सीसीटीवी फुटेज चैक करने के उपरान्त एक संदिग्ध आई-10 कार लाल रंग की दिखाई दी थी। लेकिन कार के नम्बर को भी अभियुक्तों ने शातिर तरीके से छिपाया हुआ था। क्षेत्राधिकारी डालनवाला ने उस लाल रंग की संदिग्ध कार की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से टीमों को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व उत्तर प्रदेश रवाना किया गया।
आरोपियों ने क्लोन एटीएम कार्ड का प्रयोग विभिन्न एटीएम में किया था, जिस कारण जीएमएस रोड के आन्ध्रा बैंक के एटीएम पर आई-10 कार लाल रंग के कुछ नम्बर मिले। मिले नम्बर को विभिन्न साईटिफिक टूल के माध्यम से नम्बर को साफ करने की कोशिश की गयी. साईटिफिक टूल के माध्यम से जो भी नम्बर मिले उनका सत्यापन अलग अलग राज्यों में जाकर किया गया तो पाया कि एक लाल रंग की आई-10 कार देहरादून के नम्बर की है, उक्त कार के सम्बन्ध में जानकारी की गई तो उस कार का मालिक सोमेश कक्कड, निवासी मोहित नगर जीएमएस रोड होना पाया गया। चूंकि क्लोन एटीएम से निकासी अधिक संख्या में जीएमएस रोड वाले क्षेत्र से हुई है इसलिये इस कार का घटना में प्रयोग होने की संभावना अधिक थी। पुलिस टीम ने उक्त कार मालिक के घर पर जाकर पूछताछ करने की कोशिश की गयी तो पता चला कि सोमेश कक्कड़ किराये के मकान पर रहता था और 02-03 दिन पहले ही अपने परिवार के साथ कही चला गया है।
सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आस पास के लोगों ने अभियुक्त की शिनाख्त की। सोमेश कक्कड़ के मकान मालिक पीके मैनी जो पूणे में रहते हैं, से पूछताछ कर पता चला कि वह अपने परिवार के साथ पिछले 03 साल से देहरादून में उनके घर पर किराये पर रह रहा है। पीके मैनी से सोमेश के मूल पते की जानकारी की गई तो ज्ञात हुआ कि वह आगरा का रहने वाला है। पुलिस टीम द्वारा गोपनीय रूप से आगरा जाकर पता किया तो ज्ञात हुआ कि वह पहले भी जयपुर से एटीएम क्लोनिंग के मामले मे जेल गया था। यह भी जानकारी मिली कि इस दौरान उसके दोस्त अजय त्यागी पुत्र अमर सिंह निवासी डिफेंन्स कालोनी आगरा भी सोमेश के पास देहरादून गया था। एटीएम से मिले फुटेज में दूसरे अभियुक्त की पहचान स्थानीय लोगों द्वारा अजय त्यागी के रूप में की गई। दोनों अभियुक्तों की तलाश में टीमें दिल्ली, सहारनपुर, आगरा आदि स्थानों को रवाना हुई।