देहरदून : भाजपा संगठन महामंत्री संजय कुमार पर लगे आरोपों को लेकर बीजेपी के नेता जहां पार्टी की छवि को धूमिल ना होने को लेकर बीजेपी महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित पार्टी बता रहे हो लेकिन जिस तरह भाजपा महिला कार्यकर्ता नहीं संगठन महामंत्री पर यौन शोषण का आरोप लगाया है उससे साफ है है कि भाजपा का नारी शक्ति सम्मान देने का नारा झूठा ही नहीं बेमानी भरा भी है. क्योंकि भाजपा महिला कार्यकर्ता ने जिस तरीके से आरोप लगाए हैं उससे भाजपा संगठन महामंत्री की पोस्ट पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार प्रांत प्रचारक के रूप में जिस व्यक्ति को संगठन महामंत्री की कुर्सी दी जाती है उसका मुखौटा कुछ और भी है. संगठन महामंत्री पर लगे आरोपों के बाद पार्टी के भीतर आंतरिक जांच इस मामले को लेकर बैठी है. जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य पार्टी नेताओं के सामने उजागर हो रहे हैं.
भाजपा महानगर अध्यक्ष को बताई थी महिला ने पूरी आपबीती
इन्हीं में से एक भाजपा महानगर अध्यक्ष भी हैं जिनको महिला ने पूरी आपबीती बताई थी, लेकिन उन्होंने उसे गंभीरता से नहीं लिया. बल्कि उनका वार्तालाप की रिकोर्डिंग वायरल हुई जिससे बातों को सुनकर कहा जा सकता है कि भाजपा सरकार के दावों को खुद उन्हीं के पदाधिकारियों ने धज्जियां खुले आम उड़ाई.
यौन उत्पीड़न की आऱोप लगाने वाली महिला से छीना था फोन
वहीं दूसरी तरफ चौंकाने वाला तथ्य जो निकल कर सामने आ रहा है वह भाजपा महिला पदाधिकारी से जुड़ा हुआ नजर आ रहे हैं. जिस पर भाजपा कार्यकर्ता ने आरोप भी लगाया है कि उनके घर में ही उनसे महिला पदाअधिकारी ने फोन छीना था. ऐसे में भाजपा के भीतर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि निकाय चुनाव के नतीजों के बाद इस पूरे प्रकरण को लेकर भाजपा में कई पदाधिकारियों पर गाज गिरना तय है. इनमें से एक व महिला पदाधिकारी भी है उत्तराखंड भाजपा में महत्वपूर्ण पद पर बैठी है.