देहरादून: साल 2019 देश के इतिहास में मंदि की मार के लिए जाना जाएगा। सरकार भले ही आर्थिक मंदी की मार को नकार रही हो, लेकिन बाजार पर इसका असर साफ देखा जा रहा है। आर्थिक विकास दर भी काफी नीचे गिर गई। मंदी की मार सबसे ज्यादा आॅटो सेक्टर पर पड़ी है। उत्तराखंड की बात करें तो अस्थाई राजधानी दूनवासी भी मंदी की मार से जूझ रहे हैं। दून वासियों ने पिछले साल की तुलना में काफी कम वाहन खरीदे हेै।
आरटीओ आॅफिस में वाहनों के होने वाले रजिस्ट्रेशन से इसबात की पुष्टि होती है कि पिछले साल की तुलना में इस साल राजधानी वासियों ने अपने लिए कम वाहन खरीदे हैं। माना जा रहा है कि मंदी की मार के चलते लोगों ने कम वाहन खरीदे हैं।
देहरादून के एआरटीओ द्धारिका प्रसाद भी मानते हैं कि इस वर्ष मंदी की मार आॅटो सेक्टर पर पड़ी है, जिससे वाहनांे के रजिस्ट्रेशन में गिरावट दर्ज की गई। 1 जनवरी 2018 से 30 नवम्बर 2018 तक जहां देहरादून में 72601 लोगों ने वाहन खरीदे थे। वहीं, इस साल 1 जनवरी 2019 से 30 नवम्बर 2019 तक केवल 59881 लोगों ने अपने लिए वाहन खरीदे हैं।