पढ़ाई का झांसा देकर डॉक्टर बच्ची को लाई घर
डॉक्टरी जैसे सम्मानित पेशे से तालुक रखने के बाबजूद भी देहरादून के रेस कोर्स अपार्टमेन्ट में रहने वाली एक डॉक्टर ने अपने घर में घरेलू काम के लिए उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की एक 11 साल की नाबालिक बच्ची को बंधक बना रखा था। डॉक्टर उस बच्ची को पढ़ाई का झांसा देकर अपने घर लायी थी। लेकिन जब नाबालिक बच्ची को पता चला की वो घरेलु काम के लिए लायी गयी है तो उस बच्ची ने किसी तरह पड़ोस में सन्देश भेज कर मदद ली।और पुलिस की मदद से बच्ची को छुड़ाया गया।
हालाँकि समाज में आज भी कई ऐसे लोग हैं जो की नाबालिक बच्चों के लिए काम कर रहे हैं. बचपन आंदोलन संस्था के सुरेश की मानें तो संस्था नाबालिक बच्चों के लिए काम करती हैं। जब उनको सूचना मिली की एक बच्ची को १५ दिनों से डॉक्टर के घर में जबरदस्ती रखा हुआ है तो उन्होंने उस लड़की की मदद करने के लिए बिना देरी के आगे आये।
हमारे समाज में आज भी डाक्टरी पेशे को सम्मान से देखा जाता है ऐसे में इस पेशे से जुड़े लोगों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है ऐसे में बाड़ा सवाल ये की आखिरकार समाज के ये प्रतिष्ठित लोग कैसे नियमों को ताक पर रख कानून की धज्जियां उड़ाते हैं औऱ घटिया हरकत करते हैं.