देहरादून- देहरादून में कुछ स्कूल स्कूल की बसों में ओवरलोडिंग कर बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. बच्चों की जान को ताक पर रख ड्राइवर बस में 40 सीटर बस में 60 बच्चे को ठूंस-ठूंस कर भर रहा है…लेकिन किसी ने इसे संज्ञान में नहीं लिया. ये वीडियो है देहरादून के जोगीवाला स्थित विवेकानंद स्कूल का.
अक्सर हर मामला संज्ञान में कुछ अनहोनी होने के बाद ही लिया जाता है. पौड़ी के धूमाकोट बस हादसे को ही देख लीजिए. 48 लोगों की जान जाने के बाद पुलिस प्रशासन और सरकार जागी. 48 लोगों को मौत के बाद ओवर लोडिंग को लेकर पूरा उत्तराखंड में इन दिनों हंगामा मचा हुआ है औऱ इसी का नतीजा है कि ओवरलोडिंग के खिलाफ परिवहन विभाग की ये कार्रवाही देखने को मिली है नहीं तो ऐसे देहरादून ही नहीं पूरे उत्तराखंड में आम यात्री हो या स्कूली छात्र बसों में ठूंस-ठूंस कर भरे जा रहे हैं. लेकिन ओवरलोडिंग परिवहन विभाग के चश्में से दिखाई नहीं देती है. न ही कोई विशेष चेकिंग अभियान रोजाना चलता है. जब कोई बड़ा हादसा होता है तो उसके कुछ दिनों बाद तक जरुर ओवरलोड़िंग को लेकर सरकार और परिवहन गंभीर दिखाई देता है.
दरअसल देहरादू में कई ऐसे स्कूल हैं जो मोटी फीस के साथ अभिभावकों की जेब पर डाका तो डाल रहे है साथ ही स्कूली छात्रों को घर लेने औऱ छोड़ने के लिए बसों और वैन के जरिए मोटी कमाई कर रहे हैं. औऱ इसी का नतीजा है कि बसों, वैनों और विक्रमों में निर्धारित सीट से कई गुना ज्यादा छात्रों को बैठाया जाता है. अगर परिवहन विभाग सख्ती से कार्यवाही करे तो देहरादून के कोई ऐसे स्कूल के बस और वैन नहीं हो जो सीट की तुलना में ज्यादा छात्रों को न बैठाते हों.