देहरादून : वेतन बढ़ोतरी सहित विभिन्न मांगो को लेकर आज आशा कार्य़कत्रियों ने सचिवालय कूच किया। सचिवालय कूच करने के दौरान पुलिस ने आशाओं को सचिवालय के समीप बैरिकैड़िंग लगाकर रोक लिया। आशा कार्यकत्रियों और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई जिसके बाद पुलिस के कहने पर आशाएं वहीं सचिवालय के बाहर ही सड़क पर बैठ गईं। आशा कार्यकत्रियों को कहना है की उनका मानदेय इतना कम है जिसमें परिवार का भरण पोषण करना संभव नहीं है।
आशा कार्यकत्रियों ने अपनी नाराज़गी जताते हुए कहा की 2006 में उनका चार सौ से छ सौ रुपये मानदेय तय किया गया था लेकिन 2019 तक उनके मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। सरकार महिलाओं के शोषण पर लगातार बातें करती है लेकिन केंद्र औऱ राज्य सरकार दोनों ने ही आशा महिलाओं का शोषण किया हुआ है।
आशाओं के साथ आशा फेसिलेटर और भोजन माताएं भी कूच में शामिल रहीं। सरकार के प्रतिनिधी के तौर पर देहारदून एसडीएम भगवती प्रसाद ने ज्ञापन लिया। भगवती प्रसाद ने कहा की वे इस ज्ञापन को शासन स्तर पर देने का काम करेंगे।