देहरादून : देहरादून में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी ने ख़ुद को शहीद स्मारक के भीतर क़ैद कर लिया है। वहीं खुद को पेट्रोल लेकर आग लगाने की कोशिश की है। ये देख वहां आस पास अफरा-तफरी मच गई। वहां मौके पर मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पुलिस पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आंदोलनकारी को शहीद स्मारक से बाहर निकाला। आपको बता दें कि राज्य आंदोलनकारियों की स्मृतियों का स्थायी संग्रहालय और उत्तराखंड के इतिहास को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग को लेकर ये कदम उठाया।
आपको बता दें कि ये मामला सुबह करीबन 10:40 का है जब आन्दोलनकरी बीएस सकलानी शहीद स्मारक में बने मंदिर में पहुंचे दीये जलाने के बहाने पहुंचे और खुद को उसमें बंद कर दिया। वहीं सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची और पानी की बौछारें की। सुबह करीबना 11 बजे कटर से ताला को काटकर उन्हें बाहर निकाला गया। तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लगाता आंदोलनकारियों की मांगों को अनदेखा कर रही है। बीएम सकलानी ने कहा कि उन्होंने खुद का अस्थायी संग्रहालय बनाया है, लेकिन इसके बाद भी उसके संरक्षण के लिए सरकार भवन तक नहीं बना रही है। उनका कहना है कि आने वाली पीढ़ी के लिए आन्दोलनकारी और शहीदों की निशानी को सुरक्षित रखना जरुरी है जिसके लिए वो स्थायी संग्रहालय बनाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।