देहरादून : 26 सालों से पुलिस को चकमा देकर फ़रार चल रहे अपराधी को आख़िरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के निजि सचिव की फर्जी संस्तुति पर शस्त्र लाइसेंस बनाने के अपराध में थाना कैंट में मुक़दमा दर्ज किया गया था। अरोपी शांति स्वरूप तिवारी ने रिवाल्वर की संस्तुति के लिए पूर्व सीएम के सचिव का फर्जी पत्र डीएम कार्यालय में जमा किया था। मामला 26 साल पहले का है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे एनडी तिवारी के निजी सचिव का फर्जी प्रमाण पत्र लगाने के मामले में आपराधी फरार चल रहा था। पुलिस और एसओजी की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर पलवल हरियाणा से अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक साल 1994 में डॉक्टर शांति स्वरूप तिवारी ने रिवाल्वर का लाइसेंस लेने के लिए आवेदन किया था जिसमे आवेदक ने साथ में पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी के निजी सचिव का फर्जी संस्तुति पत्र संलग्न किया था। जो जांच में फर्जी पाया गया था। सीआईडी लखनऊ ने इसकी जांच की थी और वर्ष 2012 में इस अपराधी को इनामी अपराधी भी घोषित किया गया था। जिसको पुलिस ने 26 साल बाद हरियाणा से गिरफ्तार किया है।