देहरादून- पिछले कई दिनों से चल रहे शिव बालयोगी आश्रम में अवैध सीलिंग के मामले में अब बिहारी महासभा ने आश्रम के पक्ष में आने का फैसला कर लिया है। आज सभा ने एक बैठक बुलाई थी जिसमे लोगों ने बताया की नृपेन्द्र सिंह ने आश्रम में उत्पात और भय का माहौल बना दिया गया है और 180c राजपुर रोड जो बिहारी महासभा की कर्म भूमि भी है वहां पर गलत नियत से कब्ज़ा करना चाहते हैं.
विरोध जताते हुए उन्होंने कहा कि वे ऐसे नियत रखने वाले लोगों को बिहारी महासभा कभी कामयाब नहीं होने देगी. सभा के कोर कमिटी संयोजक ललन सिंह ने कहा की शिव बालयोगी और आश्रम पर किसी भी प्रकार का हमला बर्दास्त नहीं किया जाएगा. इस घटना से पूरे पूर्वांचल के लोगों में रोष है और इसके लिए चरणबद्ध तरीके से प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा.
वहीं सभा के वरिस्ट मेंबर अलोक सिन्हा ने कहा की आश्रम के नीचले हिस्से में स्व0 जनरल हनूत सिंह की कोई समाधी नहीं है। उनके निधन के पश्चात पुणे रेजिमेंट के लोगों ने सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हरिद्वार स्थित कनखल घाट पर कर दिया था। जनरल साहब के नाम पर नृपेन्द्र सिंह द्वारा सिर्फ राजनीति की जा रही है।
जनरल हनूत सिंह के निधन से पहले ही नगर निगम और जिला प्रशासन का समझौता जनरल हनूत के साथ हुआ था जिसमें नगर निगम ने उनके जीवित रहने तक नगर निगम की भूमि पर रहने की इजाज़त दी थी, उसके बाद नगर निगम ने कब्जा ले लेने की बात कही थी, तो नगर निगम के कहने के बाद भी वहां समाधि निर्माण क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि नृपेन्द्र द्वारा अपने सीमा के अतिरिक्त भी शिवाबालयोगी आश्रम के क्षेत्र में भी कई हिस्सों पर डरा धमका कर कब्जा कर लिया गया था, जो ये दर्शाता है कि नृपेन्द्र उस भू-भाग पर कब्जा करना चाहते हैं।
विरोध कर रहे महासभा के सदस्यों ने कहा कि आश्रम के अवैध भू-भाग में हुए सीलिंग की कार्रवाई को आश्रम ट्रस्ट इत्तेफाक रखता है और कार्रवाई को वाजिब करार देते हुए यह कहना चाहता है कि पूर्ण कार्रवाई आश्रम के शिकायत पर हुई है। इसमें किसी भी राजनीतिक व्यक्ति का हस्तक्षेप नहीं है। यह भी अवगत कराया कि सीलिंग के कार्रवाई के बाद आश्रम पक्ष को कोई चाबी नहीं दी गई है ना ही उक्त भूमि पर कोई दखल दिया गया है।
गोविन्द गढ़ मंडल विनय कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा की आश्रम के सीलिंग भू-भाग पर कोई समाधि नहीं बल्कि आठ-दस कमरों का आलिशान महल है,समाधि की आड़ में महल को छुपाया जा रहा है. कहीं न कहीं ये पूरा मामला अब इस बात पर उलझता जा रहा है कि आखिर आश्रम में लेफ्टिनेंट जनरल की समाधि है भी या नहीं. क्योंकि आश्रम के लोग समाधि होने की बात से साफ इनकार कर रहे हैं.
विनय ने बताया समाधि बनाने की एक प्रक्रिया होती है जो रेजिमेंट के लोग ही करते हैं. महासभा के इस महत्वपूर्ण बैठक में सचिव चन्दन कुमार झा, कोसद्यश रितेश कुमार, अलोक कुमार सिन्हा, अमरेंद्र कुमार, ललन सिंह, अमित कुमार, राजेश कुमार, सशिकांत गिरी, डॉ रंजन कुमार, पिन्टू सिंह, पवन सिंह के अलावा गोविन्दगढ़ मंडल से सचिव गणेश साहनी ,बिजय कुमार ,रघु ,सुरेश ,शिवा जी यादव ,रवि यादव ,पिन्टू यादव ,अंशरी ,धर्मेन्द्र यादव सहित सैकड़ो लोग मौजुद थे