मामला नैनीताल के समीपवर्ती गांव गेठिया का है जहां मूल रूप से ऊधमसिंह नगर जिले के दिनेशपुर निवासी राजेंद्र सिंह अपने परिवार के साथ गांव में रहते हैं। और वो गांव में एक भवन की देखभाल यानी की चौकीदारी करते हैं। शनिवार रात ठंड अधिक होने से राजेंद्र, पत्नी सागारिका व दो वर्षीय बेटा अंश कमरे में कोयले की अंगीठी जलाकर सोए थे।जिसके बाद देर रात बेटे की तबीयत खराब हो गई वो उल्टी करने लगा। जिसके बाद राजेंद्र और सागरिका ने उसे पानी पिलाने के बाद फिर से सुला दिया।
लेकिन जैसे ही राजेंद्र सुबह वो उठे तो बिस्तर पर पत्नी और बेटे को अचेत पड़े हुए थे। राजेंद्र ने उन्हें जगाने की कोशिश की लेकिन वो नहीं उठे. जिसके बाद शोर मचाया औऱ गांव वालों को बुलाया. वहीं राजेंद्र गांव वालों के साथ मिलकर दोनों को हल्द्वानी डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल ले गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।